झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी सरकार की कुव्यवस्था का परिचायक, हेमंत सरकार बनी दलगत राजनीति का पर्याय: भाजपा
जमशेदपुर (संवाददाता ):- पूरे देश में टीकाकरण अभियान जोरों पर है।इस बीच केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों में 37.3% टीका झारखंड में बर्बाद हो गया है। जारी आंकड़ों में झारखंड प्रदेश टीकाकरण बर्बादी में पूरे देश मे अव्वल आया है। झारखंड सरकार की कुव्यवस्था की शिकार टीकाकरण अभियान पर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने हेमंत सरकार पर सवाल खड़े किए। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गूँजन यादव ने कहा कि झारखंड सरकार ने इस कोरोनाकाल मे केवल केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने का कार्य किया है। हमेशा वैक्सीन की कमी का रोना रोनी वाली राज्य सरकार देश में बनी स्वदेशी वैक्सीन का शत-प्रतिशत उपयोग तक नहीं कर पाई। जिस कारण राज्य में आगामी दिनों में टीकाकरण अभियान प्रभावित होने की आशंका है। झारखंड सरकार द्वारा विदेशों से टीका आयात करने की घोषणा, सरकार की केवल दिखावे और कुकर्मों को छिपाने की राजनीति है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री समेत पूरा स्वास्थ्य महकमा टीकाकरण के प्रति जागरूकता ना फैलाकर केवल द्वेष की राजनीति कर अस्पतालों एवं डॉक्टरों को प्रताड़ित करने में लगी रही। जिसका नतीजा आज सामने आया है। इस प्रकरण ने पूरे झारखंड को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में यह अपराध की श्रेणी में आना चाहिए।
वहीं, भाजपा महानगर प्रवक्ता प्रेम झा ने कहा कि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के द्वारा फैलाये गए भ्रम के कारण जीवन रक्षक टीका बर्बाद हो गया है। झारखंड सरकार के काबिल मंत्री और स्वास्थ्य विभाग की सुस्त रवैये के कारण लोगों तक टीका के संबंध में सकारात्मक बातें नहीं पहुंची। प्रदेश में टीका बर्बादी ‘टूलिकट’ पॉलिटक्स के सहारे अभियान को असफल करने की साजिश को पूर्ण रूप से उजागर करता है। प्रेम झा ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरे विश्व में कोरोना से बचाव हेतु टीका ही एकमात्र कारगर उपाय है तो झारखंड में इतने बड़ी मात्रा में टीका की बर्बादी अपराध को श्रेणी में रखा जाना अति आवश्यक है। कहा कि टीका बर्बाद कर सरकार ने युवाओं के बहुमूल्य जीवन से खिलवाड़ किया है।