JNU के प्रोफेसर पर छात्रा ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, आहत होकर पीड़िता ने कैंपस छोड़ा; छात्र संगठनों में उबाल…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल:-जेएनयू की एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। चाइनीज अध्ययन केंद्र की एमए की छात्रा ने प्राफेसर के बार-बार परेशान करने से कैंपस जाना छोड़ दिया है। छात्रा ने इंटरनल कम्प्लेन कमेटी (आईसीसी) में उत्पीड़न की शिकायत की है। घटना के बाद से यूनिवर्सिटी के छात्र संगठनों में रोष है और कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में चाइनीज अध्ययन केंद्र की एमए की छात्रा ने प्राफेसर पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। छात्रा ने इंटरनल कम्प्लेन कमेटी (आईसीसी) में उत्पीड़न की शिकायत की है।
शिकायत के बाद उचित कार्रवाई न होने से आहत छात्रा ने परिसर जाना बंद कर दिया है। छात्रा को न्याय न मिलने से छात्र संगठनों में उबाल है। उन्होंने प्राध्यापक को निलंबित करने और आईसीसी के स्थान पर जीएसकैश को लाने की मांग की है।
मैसेज और कॉल से किया जा रहा था परेशान
पूरे मामले में बीए द्वितीय वर्ष, सेंटर ऑफ चाइनीज एंड साउथ ईस्ट एशियन स्टडीज, भाषा अध्ययन केंद्र, साहित्य और संस्कृति अध्ययन केंद्र के छात्रों ने पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान जेएनयू परिसर छात्रों के लिए सुरक्षित नहीं रहा है।
चाइनीज अध्ययन केंद्र की छात्रा के मामले में यह स्पष्ट भी हुआ है। उसे आरोपित प्रोफेसर की ओर से लगातार मैसेज और कॉल के जरिए परेशान किया जाता रहा। जब उसने इस तरह की अवांछित प्रगति का जवाब नहीं दिया, तो प्रोफेसर ने उसे पूरी कक्षा के सामने फेल करने की धमकी दी। यह केवल इसलिए किया जा रहा था, क्योंकि छात्रा ने प्रोफेसर के सामने समर्पण नहीं किया।
उत्पीड़न से तंग आकर छात्रा ने कैंपस छोड़ा
प्रोफेसर ने पीड़िता के बारे में जानने के लिए अन्य छात्राओं को परेशान करना शुरू कर दिया। प्रोफेसर के लगातार उत्पीड़न से तंग आकर छात्रा ने परिसर में आना बंद कर दिया। जब आइसीसी में शिकायत की गई तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। सीधे तौर पर जेएनयू प्रशासन आरोपित को बचा रहा है।
जेएनयूएसयू ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। एक बयान में उन्होंने कार्रवाई में तेजी लाने को कहा है। आरोपित प्रोफेसर को निलंबित करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि छात्रा को पूरी सुरक्षा मिले और उनका शैक्षणिक नुकसान न हो।
परिसर में नियमित लिंग संवदेनशीलता के सत्र आयोजित किए जाएं। मामले में आईसीसी की अध्यक्ष प्रो. वंदना मिश्रा ने सीधे तौर पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जांच जारी है। यह आंतरिक और संवेदनशील मामला है। जांच पूरी होने पर ही कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।
भाषा अध्ययन केंद्र की प्रमुख प्रो. शोभा शिवशंकरन ने कहा कि छात्रा के परिसर छोड़ने की जानकारी उन्हें नहीं है। वे चाइनीज अध्ययन केंद्र से इस बारे में जानकारी लेंगी।