समाजसेवी रानी गुप्ता ने पीड़िता महिला का तीन लाख करवाया माफ
जमशेदपुर: राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जनकल्याण संगठन की महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय महासचिव और सृष्टि महिला विकास सहयोग समिति बिहार/ झारखंड की अध्यक्षा , जमशेदपुर की जानी – मानी समाज सेविका रानी गुप्ता के सकारात्मक प्रयास के कारण राजनगर निवासी श्रीमती पानी पति जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं पीड़िता और उनके परिवार को आर्थिक समस्या से बहुत बड़ा राहत मिला। पीड़िता महिला मरीज का इलाज विगत 20 दिनों से जमशेदपुर के टाटा मेन अस्पताल में गहन चिकित्सा में चल रहा है। यह परिवार बहुत गरीब लाचार है। इस परिवार की आर्थिक तिथि बहुत ही दयनीय है ।इलाज प्रारंभ करने के पूर्व ही घर की जमा पूंजी लगभग ₹80000 पहले ही अस्पताल में फीस के रूप में जमा कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त इलाज का खर्च बढ़ते बढ़ते 3.5लाख रुपया हो चुका । यह राशि पीड़ित परिवार देने में सक्षम नहीं है इस बाबत लाचार परिजनों ने मदद के लिए कई सामाजिक संगठनों , स्थानीय विधायकों और विभागीय मंत्री से गुहार लगाई। लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लगी। अस्पताल के द्वारा भी इलाज का खर्च ना चुकता करने की स्थिति में पर्याप्त इलाज आगे जारी रखने मे असमर्थता दिखाई। ऐसी विषम परिस्थिति में परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था।
ऐसी स्थिति में किसी शुभचिंतक ने शहर की जानी -मानी समाज सेविका रानी गुप्ता से सहयोग के लिए मिलने की बात बताई। इस संदर्भ में पीड़िता महिला मरीज के परिजनों संजय और पिंटू ने मदद के लिए रानी गुप्ता जी से संपर्क किया और उन्होंने परिवार के दयनीय स्थिति के बारे में अपनी आप बीती सुनाई । रानी गुप्ता ने पीड़ित परिवार की दर्द को अनुभव करते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए टाटा मेन अस्पताल जा कर पीड़ित मरीज की हाल -चाल जाना। इस बाबत सहयोग के लिए रानी गुप्ता ने विभागीय मंत्री से और स्थानीय विधायकों, पूर्व विधायकों से सहयोग की गुहार लगाई लेकिन उनकी ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुआ उल्टा पीड़िता महिला मरीज के परिजनों को फटकार लगाई गई। अंतोगत्वा समाजसेवी रानी गुप्ता ने स्वयं अस्पताल जा कर अस्पताल प्रबंधन के सिर्फ अधिकारियों से मिलकर पीड़ित परिवार के सही हालात से अवगत कराया अस्पताल प्रबंधन ने उनकी बातों को ध्यान से सुना और सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए पीड़ित महिला मरीज के अस्पताल के बिल को माफ करवाते हुए उचित इलाज के लिए अस्पताल से छुट्टी दिलवा कर पीड़िता के उचित इलाज हेतु रांची में स्थित राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भेजने की व्यवस्था किया।