चापाकल से सोलर डीप बोरिंग में पानी के साथ साथ तेल निकलने वाली सनसनीखेज समाचार


बहरागोड़ा (संवाददाता ):-बहरागोड़ा के बामडोल गांव में बामडोल मध्य विद्यालय के समीप एक चापाकल से सोलर डीप बोरिंग में पानी के साथ साथ तेल निकलने वाली सनसनीखेज समाचार प्रकाश में आया है। इस चापाकल सह डीप बोरिंग से तेल निकलने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई दूरदराज से लोग देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। घटना की सूचना पाकर बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू ,अंचलाधिकारी जीतराय मुर्मू , बहरागोड़ा आरक्षी निरीक्षक रफाएल मुर्मू, बहरागोड़ा थाना प्रभारी कुमार सौरभ ,घटनास्थल पर पहुंचे तथा मामले की मुआयना किया। बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू ने तत्काल पंचायत सचिव सत्यनाथ सरदार को इस चापाकल सह डीप डीप बोरिंग निर्माण कराने वाली ठेकेदार से इस डीप बोरिंग को चापाकल से निकालकर इसमें क्या तकनीकी गड़बड़ियां हुई है या तेल निकालने की कोई लेयर है इस पर जांच करने का निर्देश दे दिया।


घटना के अनुसार बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत बामडोल में बामडोल मध्य विद्यालय के समीप स्थित सोलर डीप बोरिंग सह सोलर जल मीनार से पानी के साथ साथ एक प्रकार की तेल निकल रही है यह तेल में कोई गंध नहीं है ,यह तेल क्या है कोई इसको मोबिल यानी इंजन ऑयल, कोई इसे रिफाइन इस प्रकार की तेल की संज्ञा दे रहे हैं ।बामडोल के ग्रामीणों ने कहा कि पिछले 4 दिनों से अचानक इस जल जल मीनार सह डीप बोरिंग से पानी के साथ-साथ तेल निकलने लगा इस तेल में अगर कोई कच्चा पत्ता डुबोकर माचिस मार देने से वह जलने लग जाता है । यह तेल जलनशील भी है। आज सुबह जब बड़े पैमाने पर तेल निकालना प्रारंभ हुआ तो धीरे-धीरे इस खबर की जानकारी लोगों तक हुई लोग इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए पहुंचने लगे।इस तेल निकलने के पीछे कोई कोई डीप बोरिंग की समरसेबल का तकनीकी गड़बड़ी के कारण होने की बात बता रहे हैं तो कोई कोई इसे तेल के भंडार नीचे होने की बात बता रहे हैं। अब प्रशासन की ओर से इस पर प्रथम दृष्टया डीप बोरिंग के समरसेबुल को निकालकर तकनीकी गड़बड़ी हुई है या नहीं इस पर जांच का आदेश दे दिए गए हैं इसके बाद इस पर छानबीन की जाएगी।यह सोलर डीप बोरिंग पिछले 6 माह पहले पंचायत मुखिया निधि से बनाया गया था यानी 15 वित्त आयोग से बनाई गई थी।