सरहुल: एक तीर एक कमान, आदिवासी एक समान के नारों के साथ निकाला सेंदरा यात्रा
चांडिल। एक तीर एक कमान, आदिवासी एक समान के नारों एवं पारंपरिक हथियारों के साथ आदिवासियों ने शुक्रवार को सेंदरा यात्रा निकाला। आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले सरहुल महोत्सव सह सेंद्ररा यात्रा में पारंपरिक हथियारों के साथ चौका के खुदियाडीह से चांडिल होते हुए चांडिल स्टेशन तक विशाल सेदरा यात्रा निकाला गया। जिसमें आदिवासी समुदाय के हजारों लोग शामिल हुए। सेंदरा यात्रा के दौरान ढोल नगाड़ा के थाप पर जमकर थिरकते नजर आए। इस मौके पर झामुमो के वरिष्ठ सुखराम हेंब्रम ने आदिवासियों की कर्तव्य परायणता, अनुशासन,ईमानदारी व वीरता का बखान किया। उन्होंने कहा कि सरहुल प्रकृति के प्रति प्रेम तथा आपसी भाईचारे एवं एकता का संदेश देता है। इस मौके पर पातकोम पारगना रामेश्वर बेसरा, श्यामल माडी, बुद्धेश्वर माडी,आजाद शेखर मांझी, बास्को बेसरा, प्रकाश माडी, हाड़ीराम सोरेन,वैद्यनाथ टुडू, दिलीप किस्कू,भास्कर टुडू आदि शामिल थे।