झारखंड में 700 शिक्षकों का रोका गया वेतन, प्राथमिक शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:झारखंड में शिक्षकों की नाराज़गी एक बार फिर सामने आई है। जमशेदपुर जिले के 11 प्रखंडों के करीब 700 शिक्षकों का मार्च माह का वेतन रोका गया है, जिससे पूरे जिले के शिक्षकों में भारी आक्रोश है। इस मुद्दे को लेकर झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधीक्षक से मिला और वेतन रोकने की प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज की।


संघ का कहना है कि वित्त विभाग के किसी भी पत्र में वेतन काटने या रोकने का कोई निर्देश नहीं है। उल्टा, विभाग का पत्र यह स्पष्ट करता है कि शिक्षकों का वेतन अनुमान्य है और पहले से मिलता रहा है। जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा स्पष्ट आदेश दिए जाने के बावजूद भी डीडीओ (ड्रॉइंग एंड डिस्बर्सिंग ऑफिसर) वेतन रोकने पर अड़े हुए हैं। उनका तर्क है कि जब तक शिक्षकों की सेवा पुस्तिका जमा नहीं होगी, वेतन स्थगित रहेगा।
संघ के अनुसार, सेवा पुस्तिका का कस्टोडियन खुद डीडीओ होता है, ऐसे में शिक्षकों से इसकी जिम्मेदारी लेना उचित नहीं है। संघ ने यह भी कहा कि मार्च माह का वेतन सभी सरकारी कर्मियों के लिए अत्यंत आवश्यक होता है, क्योंकि फरवरी माह का वेतन अधिकतर आयकर और अन्य कटौतियों में चला जाता है।
अगर सोमवार तक शिक्षकों का वेतन जारी नहीं किया गया, तो झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर सभी शिक्षक प्रखंड कार्यालयों में धरना देंगे। यदि इसके बाद भी डीडीओ वेतन भुगतान नहीं करते हैं, तो मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
इस प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, जमशेदपुर अध्यक्ष राजेंद्र कुमार कर्ण, टिप्रु तियु, रामाकांत शुक्ला, रुद्र कुमार शीट, कृष्ण मोहन ठाकुर, उत्तम सिंह, निर्मल कुमार, अर्चना कुमारी सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि शिक्षकों का रोका गया वेतन अविलंब जारी किया जाए, ताकि वे आर्थिक संकट से उबर सकें।
