सचिन स्कूल जाने के लिये निकला था घर से और बन गया नक्सली, पंद्रह लाख का ईनामी नक्सली सचिन को कैसे दबोचेगी पुलिस, फोटो तक हासिल कर पाने में रही है विफल

0
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा झुंझका गांव का रहनेवाला नक्सली सचिन उर्फ राम प्रसाद मार्डी के बारे में बताया जाता है कि वह 2002 में स्कूल जाने के लिये घर से निकला था. तब पीठ पर झोला लिये हुये था. घर से कहकर गया था कि वह स्कूल जा रहा है, लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटा. कई माह के बाद परिवार के लोगों को पता चला कि वह नक्सली दस्ते में शामिल हो गया है. जी हां कुछ इसी तरह की कहानी बयान करती है पांच लाख के ईनामी नक्सली सचिन के बारे में. सचिन के बारे में बताया जाता है कि वह अपना गुरु आकाश दस्ते का महावीर, खोखरो का भोलानाथ और बंगाल के राहुल को मानता है.

Advertisements
Advertisements

23 सालों से पुलिस की नाम में कर रखा है दम

झुंझका गांव का रहनेवाला नक्सली सचिव पिछले 23 सालों से सक्रिय है. बावजूद पुलिस उसतक नहीं पहुंच पायी है. पुलिस अबतक सचिव का फोटो तक जुगाड़ कर पाने में भी सफल नहीं हो सकी है. एक फोटो पुलिस के पास है, लेकिन वह काफी धुंधला है. अगर वह सामने भी आ जाये तब उसकी पहचान करना पुलिस के लिये मुश्किल होगा. सचिन को लेकर पुलिस सिर्फ खानापूर्ति ही कर सकती है. गुरुवार को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उसके घर की मात्र कुर्की ही कर सकी है.

2002 में दामपाड़ा दस्ते में हुआ था शामिल

नक्सली सचिन के बारे में बताया जाता है कि वह 2002 में पहली बार दामपाड़ा दस्ता में शामिल हुआ था. दामपाड़ा दस्ते के बाद उसने 2002 में बेलपबाड़ी दस्ते का दामन थाम लिया था. दस्ते में शामिल होने के बाद ट्रेनिंग लेकर वह पारंगत हो गया और सांसद सुनिल महतो की हत्या समेत कई मामले में उसके खिलाफ थाने में मामले दर्ज हैं.

See also  टाटा स्टील जमशेदपुर हाफ-मैराथन 2024 की दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस

सांसद हत्याकांड में पहली बार आया था सचिन का नाम

नक्सली सचिन की बात करें तो उसका नाम पहली बार पुलिस की डायरी में तब आया था जब 2007 में जमशेदपुर के सांसद सुनिल महतो की हत्या हुआ थी. उनकी हत्या घोड़ाबांधा में होली के दिन फुटबॉल मैदान में हुई थी. वे बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे हुये थे. इसमें सचिन के साथ-साथ राहुल का भी नाम सामने आया था. तब से लेकर आज तब उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.

मुख्य धारा पर लाने के एसएसपी ने खोला गया था लाइब्रेरी

वर्ष 2019 में जब एसएसपी के रूप में अनूप बिरथरे काम कर रहे थे, जब उन्होंने नक्सलियों को मुख्य धारा में लाने की कवायद शुरू करते हुये पटमदा के सचिन के गांव झुंझका में एक लाइब्रेरी खोला था. इस काम में रोटरी क्लब की ओर से भी सहयोग किया गया था. अनूब बिरथरे की बात करें तो जब वे हजारीबाग में एसएसपी थे तब भी वहां पर एक पुस्तकालय खोला था.

8 अगस्त 2021 को चलाया गया था सर्च ऑपरेशन
पूर्वी सिंहभूम जिले के दलमा पहाड़ी के पोड़ाखूटा से कोंकादोसा गांव की ओर जाने वाले रास्ते में पूर्व एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन की ओर नक्सली सचिन और आकाश मंडल का दस्ता सक्रिय होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. तब पुलिस न 14 लैंडमाइंस बरामद किया है। रांची से आई बम निरोधक दस्ता की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद निष्क्रिय किया था. दोनों की संलिप्तता झामुमो सांसद सुनिल महतो की हत्या मामले में सीबीआइ को रही है.

See also  व्यापारियों से रंगदारी के लिए गोलमुरी में उपेंद्र सिंह और हीरे हत्याकांड के सजायाफ्ता की ओर से चलवाई गई थी गोली

 

Thanks for your Feedback!

You may have missed