राँची के प्रॉमिस हेल्थ केयर RMC हॉस्पिटल ने रुपये नहीं देने पर शव को 10 घंटे बनाया बंधक
राँची :- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कई निजी हॉस्पिटल द्वारा मरीजों से इलाज के नाम पर मनमानी राशि वसूली जा रही है. हालांकि प्राइवेट हॉस्पिटलों में संक्रमितों के इलाज के लिए हेमंत सरकार ने पहले ही राशि तय कर दी है, लेकिन नियमों को ताक पर हॉस्पिटल संचालक मनमर्जी करने में लगे हुए हैं. ठीक ऐसा ही एक वाकया रातू रोड चौक के पास बीते दिनों शुरू हुए प्रॉमिस हेल्थ केयर RMC हॉस्पिटल का सामने आया है. आठ दिन के इलाज के बाद हॉस्पिटल ने एक मरीज का बिल 2.77 लाख रुपये बना दिया. 18 मई यानी मंगलवार की सुबह मरीज की मौत हो गयी. तो पूरी राशि देने के एवज में हॉस्पिटल प्रबंधन ने 10 घंटे से अधिक समय तक शव को बंधक बना कर रखा. जब मामला मीडिया के संज्ञान में आया, तो रांची एसडीओ के हस्तक्षेप के बाद 1.70 लाख रुपये भुगतान के बाद शव परिजनों को सौंपा गया. बता दें कि बीते 28 अप्रैल को ही सीएम हेमंत सोरेन ने रातू रोड चौराहा स्थित नगर निगम के 40 ऑक्सीजन युक्त बेडेड अस्पताल का उद्घाटन किया था. इस दौरान उन्होंने पूरे अस्पताल परिसर का भ्रमण कर यहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया था. मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन युक्त बेड, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी के साथ काम कर रही है. लेकिन केवल 20 दिन बाद ही इस हॉस्पिटल की मनमानी सामने आ गयी है. रांची जिले के बुढ़मू प्रखंड के बड़कामुरू के रहने वाले अखेवर सिंह बीते 10 मई को प्रॉमिस हेल्थ केयर RMC हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उन्हें आईसीयू के बेड नंबर 25 पर भर्ती कर डॉक्टर शक्ति कुमार की देखरेख में इलाज किया जा रहा था. मरीज कोरोना संक्रमित थे. हालांकि वे निगिटिव भी हुए. लेकिन संक्रमण उनके फेफड़े में पहुंच गया था. साथ ही किडनी भी काम नहीं कर रही थी. परिजनों की मानें, तो मरीज की स्थिति खराब हो गयी थी.