राष्ट्रपति Draupadi Murmu-PM Modi सहित Jagdeep Dhankhar ने महावीर जयंती पर देशवासियों को दीं शुभकामनाएं…

0
Advertisements
Advertisements

लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:आज पूरा देश जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की 2623वीं जयंती मना रहा है। इस अवसर पर देशभर में धार्मिक आयोजन हो रहे हैं और लोग भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प ले रहे हैं। इस पावन मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और भगवान महावीर की शिक्षाओं को अपनाने का संदेश दिया।

Advertisements
Advertisements

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश:

राष्ट्रपति ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा–

“महावीर जयंती के अवसर पर सभी देशवासियों, विशेषकर जैन समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान महावीर ने त्याग, सत्य और अपरिग्रह की राह दिखाकर मानवता को शांति और अहिंसा का मार्ग बताया। आइए, हम सब उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए विश्व कल्याण के लिए कार्य करें।”

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा:

“भगवान महावीर की शाश्वत शिक्षाएँ – अहिंसा, सत्य और अपरिग्रह – हमें अधिक करुणामयी और सामंजस्यपूर्ण दुनिया की ओर ले जाती हैं। इस अवसर पर हम आत्म-संयम और आध्यात्मिक अनुशासन से प्रेरणा लें।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया नमन:

प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक्स पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा –

“हम सभी भगवान महावीर को नमन करते हैं, जिन्होंने अहिंसा, सत्य और करुणा पर बल दिया। उनके आदर्श दुनियाभर में अनगिनत लोगों को प्रेरित करते हैं। जैन समुदाय ने इन शिक्षाओं को संरक्षित कर समाज के कल्याण में योगदान दिया है। हमारी सरकार महावीर स्वामी के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष प्राकृत भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया, जिसे व्यापक सराहना मिली थी।

See also  रामनवमी यात्रा पर प्रशासन की रही कड़ी नजर: हजारीबाग डीसी ने कहा था – “प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है”...

भगवान महावीर स्वामी: जीवन और दर्शन

भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडलग्राम (वर्तमान में पटना के समीप) में हुआ था। उन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग कर जैन धर्म के सिद्धांतों – अहिंसा, सत्य और अपरिग्रह – को अपनाया और इन्हें जन-जन तक पहुंचाया। उन्होंने 72 वर्ष की आयु में 527 ईसा पूर्व मोक्ष प्राप्त किया।

महावीर जयंती जैन पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाई जाती है और यह जैन धर्म के सबसे पवित्र पर्वों में से एक है।

देशभर में भक्ति और सेवा के आयोजन

महावीर जयंती पर देश के विभिन्न हिस्सों में रथयात्राएं, पूजन, भजन-कीर्तन, और सामूहिक सेवा कार्य जैसे आयोजन हो रहे हैं। जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है और भक्तजन भगवान महावीर के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प ले रहे हैं।

Thanks for your Feedback!

You may have missed