मनोज सिंह की हत्या मामले में फरार फांसी की सजा पाने वाले श्रीराम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में मनोज सिंह की हत्या मामले में फांसी की सजा पाने वाले श्रीराम अंगरिया को चाईबासा के टोंटो से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसे उसके मामा के घर से गिरफ्तार किया. श्रीराम को कोर्ट ने 18 अगस्त को जेल में मनोज सिंह की हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई है. इस मामले में कोर्ट ने कुल 15 लोगों को फांसी की सजा और 7 लोगों को 10 साल की सजा सुनाई गई थी. इस मामले में एक अन्य रमाय करुआ अब भी फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. इस मामले में हरिश सिंह और अविनाश के अलावा कक्षपाल अमित कुमार, कक्षपाल पंकज कुमार मंडल, कक्षपाल राम प्रताप यादव और कक्षपाल संतोष कुमार के खिलाफ अलग के मुकदमा चल रहा है. बता दें की मनोज सिंह दहेज़ प्रताड़ना मामले मे 10 वर्ष के सजा मे जेल गए थे और जेल के भीतर वरचस्व कायम करने को लेकर 25 जून 2019 को उनकी पिटाई कर हत्या कर दी गई थी, वही सुमित सिंह नामक विचाराधीन कैदी की भी बुरी तरह पिटाई की गई थी. बाद में मनोज सिंह की इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में कोर्ट ने श्यामु जोजो, पंचानन पात्रो, पिंकू पूर्ती, अजय मल्लाह, अरुप कुमार बोस, रामराय सुरिन, रमाय करुआ, गंगाधर खंडैत, रमेश्वर अंगारिया, गोपाल तिरिया, शरत गोप, वासुदेव महतो, जानी अंसारा, शिव शंकर पासवान और संजय दिग्गी को फांसी की सजा सुनाई थी जबकि शोएब अख्तर, मो तौकिर, अजीत दास, सोनु लाल, सुमित सिंह, ऋषि लोहर और सौरभ सिंह को दस साल की सजा सुनाई थी.