पोहा या उपमा: कौन सा स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता विकल्प है?…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए सही नाश्ता चुनना महत्वपूर्ण है। दो लोकप्रिय भारतीय नाश्ते के विकल्प, पोहा और उपमा, अक्सर स्वस्थ भोजन के बारे में चर्चा में आते हैं। दोनों व्यंजन स्वादिष्ट और पौष्टिक हैं, लेकिन स्वास्थ्य लाभ के मामले में उनकी तुलना कैसे की जाती है? आइए यह निर्धारित करने के लिए विवरण में गोता लगाएँ कि कौन सा विकल्प अधिक स्वास्थ्यप्रद है।
पोहा:–•आयरन से भरपूर: पोहा आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो एनीमिया को रोकने और स्वस्थ रक्त स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
•सी आसानी से पचने योग्य: पोहा की हल्की और फूली हुई बनावट इसे पचाने में आसान बनाती है, जो सभी आयु समूहों के लिए उपयुक्त है।
•कैलोरी में कम: पोहा में कैलोरी कम होती है, जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखते हुए वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
उपमा:–•फाइबर से भरपूर: सब्जियां मिलाने से उपमा में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है, जो पाचन में सहायता करती है और तृप्ति की भावना को बढ़ावा देती है।
•ऊर्जा बूस्टर: सूजी में मौजूद कार्बोहाइड्रेट आपको सक्रिय और सतर्क रखते हुए लगातार ऊर्जा जारी करते हैं।
•पोषक तत्वों से भरपूर: उपमा को विभिन्न सब्जियों और नट्स से समृद्ध किया जा सकता है, जिससे यह पोषक तत्वों से भरपूर भोजन बन जाता है।
पोहा vs उपमा:–
कैलोरी गणना:यदि आप अपने कैलोरी सेवन पर ध्यान दे रहे हैं, तो पोहा बेहतर विकल्प हो सकता है। इसकी हल्की बनावट प्रति सर्विंग में कम कैलोरी का अनुवाद करती है। हालाँकि, उपमा को कम तेल का उपयोग करके और भारी सामग्री के बजाय सब्जियों का चयन करके हल्का बनाया जा सकता है।
प्रोटीन शक्ति:एथलीट और प्रोटीन बढ़ाने की चाहत रखने वाले लोग उपमा पसंद कर सकते हैं। सूजी में चपटे चावल की तुलना में अधिक प्रोटीन सामग्री होती है, जो इसे अधिक पेट भरने और मांसपेशियों के निर्माण का विकल्प बनाती है। उपमा बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन का भी एक अच्छा स्रोत है, जो शाकाहारियों और शाकाहारी लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें अन्य स्रोतों से पर्याप्त प्रोटीन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।