‘ग्रामीणों की आस-मनरेगा से विकास’ अभियान पर जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
जमशेदपुर:- जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम अंतर्गत ‘ग्रामीणों की आस, मनरेगा से विकास’ अभियान को लेकर जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। उप विकास आयुक्त श्री परमेश्वर भगत, निदेशक डीआरडीए श्री सौरभ सिन्हा, जिला परिषद उपाध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह व प्रखंड प्रमुखों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। दिनांक 22 सितंबर से 15 दिसंबर 2021 तक यह अभियान चलाया जाना है । इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नियमित रोजगार दिवस का आयोजन, नियमित ग्राम सभा का आयोजन, इच्छुक सभी परिवारों को स-समय रोजगार उपलब्ध कराना, महिला एवं अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति कोटि के श्रमिकों के भागीदारी में वृद्धि, प्रति परिवार औसतन मानव दिवस में वृद्धि, जॉब कार्ड निर्गत करना अथवा उसका नवीनीकरण करना, जॉब कार्ड का सत्यापन, प्रत्येक गांव/ टोला में हर समय औसतन 5 से 6 योजनाओं का क्रियान्वयन, पूर्व से चली आ रही पुरानी योजनाओं को पूर्ण करना, प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पर्याप्त योजनाओं की स्वीकृति व शत प्रतिशत महिला मेट का नियोजन समेत अन्य शामिल है ।
उप विकास आयुक्त श्री परमेश्वर भगत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि लाने के उपायों में मनरेगा योजना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ऐसे में सभी पदाधिकारी ग्रामीणों की आस, मनरेगा से विकास अभियान को सफल बनाने में अपना विशेष योगदान दें। मनरेगा में मानवदिवस सृजन व महिलाओं की भागीदारी बढायें। आम सभा करते हुए योजना का चयन करें। मजदूरों का जॉब कार्ड बनायें। मनरेगा के तहत ग्रामीणों को एक ऐसे विकास की ओर ले चले ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाये जा सके। उप विकास आयुक्त ने जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि मनरेगा की योजनाओं को लेकर गांव स्तर तक आमजनों को जागरुक करें। प्रखंड विकास पदाधिकारी को ग्रामीणों की आस, मनरेगा से विकास हेतु प्रखंड स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया । उन्होने कहा कि उपस्थित पदाधिकारी इन कार्यों को विशेष प्राथमिकता दें ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके।
जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती बुलु रानी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मनरेगा की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु पदाधिकारियों की भूमिका अहम है। मनरेगा के योजनाओं पर फोकस करने पर जोर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिले के युवा या महिला जो पूर्णतः मनरेगा पर आश्रित है, उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो, ये हमारा प्रयास होना चाहिए।
जिला परिषद उपाध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह ने कहा कि उप विकास आयुक्त के नेतृत्व में जिले में मनरेगा का कार्य सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है जिसकी सरहाना राज्य स्तर पर भी की गई है। आशा और विश्वास है आगे भी सभी संबंधित पदाधिकारियों के सामूहिक प्रयास से हमारा जिला इस अभियान में अग्रणी रहेगा । मानव दिवस सृजन, जॉब कार्ड निर्गत करने आदि चीजों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अधिक से अधिक लोग मनरेगा योजनाओं से अच्छादित हों, यही हमारा प्रयास रहेगा।
कार्यशाला में धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डीआरडीए द्वारा किया गया । कार्यशाला में पीओ डीआरडीए, एपीओ, बीपीओ मनरेगा तथा अन्य मौजूद रहे ।