बी.एड.सेमेस्टर-4 (2019-2021) के छात्र-छात्राओं द्वारा कोल्हान विश्वविद्यालय परिसर में नामांकन शुल्क में 50% रियायत देने के संबंध में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन
जमशेदपुर :- विगत दिनांक 02/08/2021 को विश्वविद्यालय में बी.एड. सेमेस्टर-4 के छात्र-छात्राओं द्वारा नामांकन शुल्क तथा परीक्षा शुल्क में रियायत देने के संबंध में कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसके उपरांत विश्वविद्यालय द्वारा आधिकारिक नोटिस जारी कर बताया गया कि बी.एड.सेमेस्टर-4 के वैसे छात्र जिन्हें स्कॉलरशिप नहीं मिलता उनके नामांकन शुल्क में 15% छूट दी जाएगी तथा परीक्षा शुल्क में 600 रुपए की छूट दी जाएगी । बी.एड. के सभी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के इस फैसले को नकार दिया है। सभी छात्र- छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय छात्रों के साथ भेदभाव कर रही है तथा विश्वविद्यालय का यह फैसला न्याय-संगत नहीं है।
अतः आज दिनांक 6/8/21को बीएड छात्र अधिकार मंच के छात्र छात्राओं द्वारा पुन: यूनिवर्सिटी का घेराव किया गया।छात्रों का कहना है कि
(1) बी.एड. सेम-4 के सभी छात्र- छात्राओं को नामांकन शुल्क में 50% रियायत दी जाए तथा
(2) सभी छात्र-छात्राओं को नामांकन शुल्क में रियायत दी जाए । क्योंकि स्कॉलरशिप (छात्रवृति) राज्य सरकार द्वारा ई-कल्यान के माध्यम से आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र-छात्राओं को दी जाती है । कोरोना महामारी के कारण सभी के परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। सभी पर बहुत ही अधिक बोझ है। विगत सेमेस्टर -2 में भी समान रियायत दी गई थी , ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया निर्णय बिल्कुल ही न्याय संगत नहीं लगता।
छात्र छात्राओं द्वारा धरना प्रदर्शन के पश्चात बीएड छात्र प्रतिनिधियों के मंडल ने कुलपति से मुलाकात की ।
कुलपति द्वारा छात्रों को यह आश्वासन दिया गया है की 7 दिनों के अंतर्गत विश्वविद्यालय नामांकन फीस में उचित कटौती करने पर मीटिंग कर निर्णय लेगी।
बीएड छात्र अधिकार मन्च ने कहा कि यूनिवर्सिटी छात्रों के हित में उचित निर्णय जल्द से जल्द ले तथा सभी छात्रों को नामांकन शुल्क में 50%रियायत दी जाय।अन्यथा हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं यूनिवर्सिटी का घेराव करने के लिये बाध्य होगें। आज के इस कार्यक्रम में महिला कॉलेज चाईबासा, जामिनी कांत B.Ed कॉलेज, जमशेदपुर ग्रैजुएट कॉलेज, जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज, मधुसूदन कॉलेज,बहड़ागोड़ा कॉलेज आदि के सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।