नीतीश कुमार की जुबान फिसली, मोदी की जगह लिया अटल बिहारी वाजपेयी का नाम



बिक्रमगंज – रोहतास जिले के बिक्रमगंज में आयोजित एक सार्वजनिक सभा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान उस समय फिसल गई, जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने की जगह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम ले लिया। यह पल मंच पर मौजूद नेताओं और वहां जमा भारी जनसमूह के लिए कुछ क्षणों के लिए हल्का-फुल्का बन गया।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जैसे ही कहा –
“हमारे देश के श्रद्धेय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी…”,
तभी उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और तुरंत सुधारते हुए बोले,
“सॉरी… नरेंद्र मोदी जी।”
इस बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्कुराए, और मंच पर मौजूद अन्य नेताओं ने भी हँसी में यह पल लिया। कार्यक्रम में मौजूद जनता भी इस पल पर मुस्कुराती दिखी। यह क्षण कैमरों में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगा।
यह कार्यक्रम बिहार में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के लिए आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर करीब 48,500 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनमें रेलवे, सड़क, सिंचाई और ऊर्जा से जुड़ी योजनाएँ शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में केंद्र सरकार की तारीफ़ करते हुए कहा कि इन योजनाओं से बिहार के विकास को नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री की जुबान फिसलने पर विपक्षी दलों ने चुटकी लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार अब भी अपने पुराने NDA के दौर में जी रहे हैं। वहीं, जदयू समर्थकों और आम जनता ने इसे एक मानवीय भूल बताते हुए तूल न देने की बात कही।
राजनीतिक मंचों पर ऐसी घटनाएँ नई नहीं हैं। भाषण के दौरान नेता कभी-कभी पुराने नाम या आदतों के चलते ऐसी गलतियाँ कर बैठते हैं। नीतीश कुमार की यह जुबान फिसलने की घटना भी ऐसी ही एक मानवीय भूल थी, जो गंभीर माहौल में कुछ क्षणों के लिए मुस्कान ले आई।
