मैदान में मॉर्निंग वाकरों को एनआइटी प्रबंधन ने रोका, एनआइटी में नहीं चल रहा सबकुछ ठीक, शैक्षणिक संस्थान में जातीय गोलबंदी कर रहा बदनामी



आदित्यपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के खेल ग्राउंड में मार्निंग वाकरों के इंट्री पर बैन लगा दिया है। इसको लेकर मार्निंग वाकरों ने रविवार को बवाल किया है। मार्निंग वाकरों ने एनआइटी के रजिस्टार के समक्ष जाकर अपना विरोध जताया वहीं पास बनाने की मांग की। वार्ता के बाद एनआइटी के रजिस्टार द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने के खिलाफ मॉर्निंग वाकरों ने विरोध किया। लोगो का कहना है कि वर्षो से आसपास कॉलोनी के लोग यहां टहलने के लिए आते है लेकिन रजिस्टार अब मनामानी कर रहे है। स्थानीय लोगो का कहना है कि पुलिस, अर्धसैनिक बल, भारतीय सेना में भर्ती की तैयारी के लिए इस मैदान का उपयोग करते है। लेकिन प्रबंधन द्वारा रोक दिये जाने के कारण युवाओं के भविष्य भी अधर में लटक गया है। मॉर्निंग वाकरों ने कहा कि मामले को लेकर अब चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे। मौके पर रामअनुग्रह सिंह, उमेश कुमार, अमित कुमार, धनेश, नंदलाल नायक, अरविंद पांडेय, श्याम पांडेय, सुनील सिंह, अजय शर्मा आदि मौजूद थे।
एनआइटी में नहीं चल रहा सबकुछ ठीक, शैक्षणिक संस्थान में जातीय गोलबंदी कर रहा बदनामी
एनआइटी जमशेदपुर में इन दिनों सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। संस्थान में जातीय गोलबंदी यहां पढ़ रहे छात्रों को भी प्रभावित कर रहा है। बताया जा रहा है कि संस्थान में अगड़ी जाती और पिछड़ी जाती का तबका आपस में शीत युद्ध कर रहे है। यह संस्थान की रैंकिंग को सुधारने में बड़ा बाधा बन रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त में एक शिक्षक ने बताया कि जातीय राजनीति का सब शिकार हो रहे है। संस्थान के रजिस्टार जल्द सेवानिवृत होने वाले है, इसको देखते हुए उनके निर्णयों पर विचार किया जाता है। वहीं बहाली से लेकर वित्तीय पावर की भी निगरानी की जा रही है।

