सांसद विद्युत वरण महतो “संसद रत्न” पुरुस्कार से हुए सम्मानित, भाजपा ने जताया हर्ष, बोले जिलाध्यक्ष- पुरुस्कार मिलना कार्यकर्ताओ के लिए हर्ष और गर्व का विषय

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जमशेदपुर:-  जमशेदपुर से भाजपा के सांसद विद्युत वरण महतो को ‘संसद रत्न’ पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया। शनिवार को प्राइम पॉइंट फाउंडेशन की ओर से संसद में किये गए बेहतर प्रदर्शन के लिए जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को दिल्ली के महाराष्ट्र भवन में ‘संसद रत्न’ अवार्ड से नवाजा गया। इस दौरान उनके साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल ग्यारह सांसद मौजूद थे। सांसद विद्युत वरण महतो को ‘संसद रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किये जाने से शहर के भाजपा कार्यकर्ता हर्षित और गौरवान्वित हैं। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने सांसद विद्युत वरण महतो को ‘संसद रत्न’ पुरुस्कार से सम्मानित किये जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि लोकप्रिय सांसद विद्युत वरण महतो को सम्मान मिलना पूरे भाजपा कार्यकर्ता और शहरवासियों के लिए ऐतिहासिक क्षण के साथ गर्व का विषय है। अपने कार्यकुशलता, विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और भविष्य की समस्याओं के प्रति दूरदर्शी सोच रखने वाले सांसद विद्युत वरण महतो के कार्यों को बड़े मंच से सराहना और सम्मान मिलना उनके विकास कार्यों के प्रति सजगता को इंगित करता है। महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने कहा कि सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने पिछले 8 वर्षों के कार्यकाल में लौहनगरी जमशेदपुर सहित पूरे संसदीय क्षेत्र में जनता की आवश्यकताओं को प्राथमिकता के आधार पर स्थायी समाधान करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सांसद विद्युत महतो जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता की आवाज बनकर संसद भवन में यूँ ही मजबूती से उठाते रहें और संसद भवन से विकास योजनाओं की किरणों को निकालकर लौहनगरी की जनता को समर्पित करते रहें। जिलाध्यक्ष गुँजन यादव ने सांसद विद्युत वरण महतो को जमशेदपुर महानगर के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं व्यक्त की है।

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वहीं, सांसद विद्युत वरण महतो ने संसद रत्न सम्मान को औद्योगिक नगरी जमशेदपुर के मजदूर, किसान, नौजवान और तमाम मेहनतकश महान जनता को समर्पित किया है।

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ज्ञात हो कि संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के सुझावों के आधार पर की गई है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का सुझाव था कि संसद में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सांसदों को सम्मानित किया जाये। उनके इसी सुझाव के आधार पर वर्ष 2010 में संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत की गयी है। वर्ष 2022 में सम्मानित किए जाने वाले 11 सांसदों में से आठ लोकसभा के और तीन राज्यसभा के हैं।

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