बेटी के शव के पास आधी रात से बैठी है मां, प्रेमी विकास दत्ता पर है हत्या कर शव नदी में फेंकने का आरोप, आरोपी और ससुर को सिदगोड़ा पुलिस ने भेजा है जेल
जमशेदपुर : जवान बेटी किरण का शव सफेद कपड़े में लिपटा हुआ है. शव से दुर्गंध आ रही है. शरीर पर कीड़े चल रहे हैं. मक्खियां भिन-भिना रही है, लेकिन मां बेटी के शव के पास 19 अप्रैल की आधी रात से ही बैठी हुई है. 20 अप्रैल की शाम 4 बजे तक मां उर्मिला देवी को शव के पास ही बैठा हुआ देखा गया. बेटी के शव को निहार रही है और फफक-फफककर रो रही है. यह मार्मिक नजारा पूर्वी सिंहभूम जिले के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के बागुनहातु में गुरुवार को देखने को मिला. किरण की हत्या उसके प्रेमी विकास ने ही कर दी है. घटना के बाद पुलिस ने आरोपी विकास और ससुर को जेल भेज दिया.
आरोपी के घर के सामने रखा गया है शव
शहर में ऐसी पहली घटना है जब आरोपी के घर के दरवाजे पर मां ने अपनी बेटी का शव रख दिया है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रही है. मां को नहीं पता है कि आरोपी अब जेल जा चुका है. उर्मिला देवी ने आरोप लगाया है बेटी की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को नदी में फेंका गया था. वहीं पुलिस ने मामले में आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया है.
बड़ी बेटी थी किरण
किरण (21) घर की सबसे बड़ी बेटी थी. छोटी बेटी पार्वती 10 साल की है. बड़ा बेटा गोलु (16) पंजाब में मजदूरी करता है जबकि छोटा बेटा भोलु (9) मां के साथ ही रहता है. बेटा पंजाब से जमशेदपुर के लिये चल चुका है. उसकी ट्रेन लेट होने के कारण समाचार लिखे जाने तक वह बागुनहातु नहीं पहुंचा है.
पुलिस ने समय पर लिया एक्शन
सिदगोड़ा पुलिस ने समय पर ही मामले में एक्शन ले लिया है और दो आरोपियों को जेल भेज दिया है. पुलिस ने विकास की मां को भी हिरासत में लिया था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया है. मुख्य आरोपी विकास दत्ता ही है, लेकिन पुलिस ने पिता को भी मदद करने में जेल भेजा है. मामले में विकास की मां अंजलि दत्ता और बहन काकुली दत्ता को भी किरण के परिवारवालों ने आरोपी बनाया है.
17 अप्रैल देर रात की है घटना
17 अप्रैल की देर रात से ही किरण घर से लापता थी. 18 अप्रैल की सुबह किरण की मां थाने पर पहुंची थी और विकास को प्रेमी बताते हुये उसकी पीट-पीटकर हत्या कर शव नदी में फेंक देने का आरोप लगा रही थी. शव 18 अप्रैल की सुबह पुलिस ने नदी से बरामद किया था. बुधवार को शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिवार के लोग किरण के शव को लेकर सीधे आरोपी के घर के दरवाजे पर रख दिया और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग करने लगे.