हत्यारे दीपक को मिली फांसी की सजा , की थी दो बेटी, पत्नी व ट्यूशन टीचर की हत्या
जमशेदपुर : कदमा थाना क्षेत्र के तिष्ता रोड में 12 अप्रैल 2021 की दोपहर पत्नी, दो मासूम बेटी और ट्यूशन टीचर की बेरहमी से हत्या करने के मामले में एडीजे 4 राजेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत ने आरोपी टाटा स्टील के कर्मचारी दीपक कुमार सिंह को फांसी की सजा सुनायी है. दीपक को धारा 302, 307, 379, 201 और 376(1) दोषी पाया था. में मामले में कुल 26 लोगों की गवाही हुई है.
आज भी भुल नहीं पाये हैं लोग घटना
फायर ब्रिडेग का कर्मचारी दीपक ने जिस तरह से परिवार के सदस्यों समेत चार लोगों की हत्या की थी. उस कहानी को आज भी जमशेदपुर शहर के लोग भुल नहीं पाये हैं. उसने घटना के दिन अपनी पत्नी, दो बच्चों और ट्यूशन टीचर पर हथौड़ा से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी. पत्नी को घायल करने के बाद दीपक ने उसके मुंह को तकिया से दबा दिया था.
किसी को बी नहीं लगी थी भनक
दीपक ने 12 अप्रैल को चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, लेकिन पड़ोसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी थी. घटना को अंजाम देने के बाद उसने कमरे का एसी चला दिया था. इस बीच कमरे से दुर्गंध भी नहीं आ रहा थी. पुलिस दरवाजा तोड़कर जब भीतर गयी तब ट्यूशन टीचर का शव बॉक्स पलंग से भीतर से बरामद किया गया था. कमरे में जगह-जगह पर खून पसरा हुआ था.
चार दिनों के बाद धनबाद से हुआ था गिरफ्तार
घटना के बाद जमशेदपुर की पुलिस ने आरोपी दीपक का फोटो अखबारों में जारी कर दिया था. जगह-जगह पर इस्तेहार भी लगाया गया था. ठीक चौथे दिन 16 अप्रैल को धनबाद से वह गिरफ्तार हुआ था. सूचना पर जमशेदपुर की पुलिस टीम धनबाद गयी थी और उसे गिरफ्तार कर शहर लायी थी.
घटना के बाद गय था राउरकेला
दीपक घटना को अंजाम देने के बाद अपनी बुलेट से ही राउरकेला फरार हो गया. बुलेट को उसने अपने एक रिश्तेदार के यहां छिपा दिया था. ठीक तीन दिनों के बाद वह धनबाद पहुंचा था. यहां पर वह सूर्य बिहार कॉलोनी में स्थित एक होटल में रह रहा था. इस बीच रुपये के लिये वह एटीएम में गया था और पुलिस की गिरफ्त में आ गया था. घटना के समय एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन थे जबकि सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट थे.