कंगना रनौत ने कहा:’खैर हमारा तो पहला ही टाइम है…’,संसद में हंगामे पर विपक्ष को लताड़ा…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- लोकसभा में शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी (NEET-UG 2024) में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसद नीट पेपर लीक मामले पर तुरंत चर्चा की मांग पर अड़े हुए थे। हालांकि लोकसभा स्पीकर ने विपक्षी सांसदों से शांत रहने की अपील की।

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मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी पेपर लीक (NEET-UG Paper Leak) मामले पर हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही सोमवार यानी 1 जुलाई, 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे दोबारा शुरू होने पर भी विपक्ष ने हंगामा जारी रखा। विपक्षी सांसद नीट पेपर लीक मामले पर तुरंत चर्चा की मांग पर अड़े हुए थे।

इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं: कंगना रनौत

लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों को शांत करते हुए कहा कि संसद को न चलने देना संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सदस्य राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं, वह इसकी इजाजत देंगे। इस बीच, सदन से बाहर निकलते हुए भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “आपने वहां उनका (विपक्ष का) आचरण देखा। स्पीकर ने भी उन्हें फटकार लगाई…लेकिन ऐसा लगता है कि वे (विपक्ष) किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं।

कंगना रनौत ने कहा, “हम पहली बार यहां आए हैं और हम भी हैरान हैं कि आखिर हुआ क्या है…उन्हें किसी को बोलने नहीं देते हुए देखना बुरा लगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को भूलकर वे मनमाने ढंग से काम कर रहे थे…मुझे नहीं लगता कि इस तरह का आचरण स्वीकार्य होना चाहिए।”

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विपक्षी सांसदों ने रिजिजू के बोलने पर भी किया हंगामा

लोकसभा स्पीकर ने जब कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का नाम पुकारा तो नीट पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को जारी रहने देने का आग्रह करते हुए कहा कि सदन की शुरुआत में ही नियोजित तरीके से सदन को नहीं चलने देना सही नहीं है, यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है और सदन चलाने की जिम्मेदारी सबकी है।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी खड़े होकर कहा कि संसद के इतिहास में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान किसी अन्य विषय पर चर्चा की परंपरा नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के व्यवहार की वे निंदा करते हैं।

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