झारखंड की महिलाएं सबसे कम ओवरवेट, लेकिन कम वजन की समस्या में देश में अव्वल…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:झारखंड की महिलाएं जहां देश में सबसे कम ओवरवेट हैं, वहीं कम वजन की समस्या में यह राज्य शीर्ष पर है। केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी ‘वीमेन एंड मेन इन इंडिया–2024’ रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड की 15 से 49 वर्ष की 26.2% महिलाएं निर्धारित मानक (बीएमआई 18.5) से कम वजन की हैं।


हालांकि राहत की बात यह है कि यहां अधिक वजन (ओवरवेट) की समस्या बहुत कम देखने को मिलती है। पूरे देश में मेघालय के बाद झारखंड की महिलाएं सबसे कम ओवरवेट हैं। यहां केवल 11.9% महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स 25 से अधिक पाया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो स्थिति और भी बेहतर है। झारखंड के ग्रामीण इलाकों में केवल 8.6% महिलाएं ही ओवरवेट पाई गईं, जबकि मेघालय में यह आंकड़ा 9.7% है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 21.6% है।
कम वजन की समस्या के पीछे विशेषज्ञों का मानना है कि खून की कमी यानी एनीमिया एक बड़ा कारण हो सकता है। एनएफएचएस-5 की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड की 65.3% महिलाएं एनीमिया से ग्रस्त हैं, खासकर 20 से 29 वर्ष की उम्र की महिलाएं।
कम वजन की यह स्थिति चिंताजनक जरूर है, लेकिन ओवरवेट न होने के कारण झारखंड की महिलाओं में हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का जोखिम अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है।
