झारखंड श्रमिक संघ ने मनाया 9 वाँ महाधिवेशन
जमशेदपुर :- श्रमिकों के अधिकार एवं विकास के लिए संकल्पित झारखंड श्रमिक संघ सम्बद्ध झारखंड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय समिति का 9 वां महाधिवेशन माईकल जॉन
सभागार में मनाया गया। सर्वप्रथम झारखंड के शहीदों को दीप प्रज्वलित कर कोटि कोटि नमन किया । वर्ष 1993 से 2000 तक संस्थापक के रूप में सर्वप्रथम झारखंड श्रमिक संघ के तत्वाधान में जमशेदपुर औद्योगिक क्षेत्र टाटा मोटर्स, टाटा स्टील एवं जमशेदपुर एवं आदित्यपुर में छोटे छोटे कल कारखानाओं में कार्यरत ठेका श्रमिको के बीच उनका न्यायिक हक एवं अधिकारों के लिए बड़े बड़े जन आंदोलन एवं जन प्रदर्शन करके संगठित किया। साथ ही पूरे जमशेदपुर एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के अंदर झारखंड श्रमिक संघ ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वर्ष 2001 में झारखंड श्रमिक संघ का निबंधन झारखंड सरकार द्वारा किया गया एवं उसके बैनर तले पूरे ईचागढ़ एवं सरायकेला विधान सभा क्षेत्र कमशः तीन-चार प्रखंड ईचागढ़, नीमडीह, चांडिल, कूकडू इलाकों के ग्रामिणों के बीच जाकर श्रमिकों को अपने हक के लिए आंदोलन हेतु प्रेरित किया और झारखंड श्रमिक संघ से जुड़ने का आग्रह किया। वर्ष 2007 को कूकडू सामुदायिक भवन पर आहूत झारखंड श्रमिक संघ का महाधिवेशन में कई प्रस्ताव पारित किए गए। कूकडू प्रखंड बनाने की मुख्य मंत्री एवं महामहिम को मांग पत्र दिया गया। फलस्वरूप 2007 फरवरी से मनरेगा मजदूरों को न्यायिक अधिकार के लिए ईचागढ़ प्रखंड के गांव लेपाटांड में झारखंड श्रमिक संघ के नेतृत्व में संवेदक के विचौलियों एवं अभिकर्ता के साथ हुए संघर्ष में झारखंड श्रमिक संघ के महासचिव शैलेन्द्र मैथी एवं महिला नेत्री श्रीमती सुजाता दास गंभीर रूप से घायल हुए फलस्वरूप कार्यस्थल में विराजमान ईचागढ़ थाना प्रभारी एंव प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव बख्शी एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा मामले को नियंत्रित किया ।