रांची में 12 जून तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक, धारा 144 लागू, घटना दुर्भाग्यपूर्ण, धैर्य बनाये रखें : हेमंत सोरेन
रांची :- एक कहावत है की कमान से निकला तीर और जुबान से निकला शब्द कभी वापस नहीं आता और कई बार शब्दों की कीमत चुकानी पड़ती है. नूपुर शर्मा के विवादित बयान से बिफरे एक संप्रदाय विशेष के लोगों ने राजधानी रांची के मेन रोड में कल विरोध प्रदर्शन किया . कई लोग बुरी तरह घायल हुए. गाड़ियां को छति पहुँचाया गया साथ ही पथराव भी किए गए. सीएम हेमंत सोरेन ने राजधानी में भड़की हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि उन्हें अचानक इसकी सूचना मिली. निश्चित रूप से यह चिंता का विषय है. पुलिस प्रशासन शहर में शांति स्थापित करने में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं. हम सब सुनियोजित तरीके से ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं, जिसका हम सबको गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा. झारखंड की जनता हमेशा से संवेदनशील और सहनशील रही है. लोगों से अपील करता हूं कि वह धैर्य बनाये रखें. कानून और संविधान भी यही कहता है कि जो जुर्म करता है, उसे सजा मिलेगी. इसके साथ ही इस घटना के बाद तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए राजधानी रांची क्षेत्र में सभी तरह की इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी गई है. रांची में प्रशासन ने लोगों से घर के बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है. प्रशासन की ओर से ये ऐलान किया गया है कि घर के बाहर निकलने वाले लोगों को हिरासत में लिया जाएगा. रांची में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने कल यानी 12 जून तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है.
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