सफ़ाई अभियान में खड़ंगाझार, घोड़ाबंधा संग सौतेले व्यवहार का आरोप, भाजपा नेता अंकित आनंद में जिला प्रशासन से पूछा विभेद क्यों ? डीसी और कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह
जमशेदपुर :- गोविंदपुर के विभिन्न जगहों पर जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय कंपनियों के सहयोग से सफ़ाई अभियान का आगाज़ हुआ। इसमें टाटा मोटर्स, टाटा कमिंस, टाटा पॉवर और न्यूवोको विस्टास कॉर्प सीमेंट कंपनियां शामिल हैं। इस सफ़ाई अभियान को लेकर भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने क्षेत्रीय उपेक्षा का आरोप लगाया है। कहा कि वे सफ़ाई अभियान का स्वागत करते हैं, किंतु क्षेत्रों के आधार पर विभेद क्यों ? अंकित ने कहा कि प्रशासनिक सफलता इसी में है कि नियमित तौर पर ऐसे सफ़ाई अभियान का संचालन हो। किंतु केवल चंद जगहों में सफ़ाई अभियान चलाना और खड़ंगाझार, घोड़ाबंधा, राधिकानगर और बारीनगर सरीखे घनी आबादी वाले क्षेत्रों को सफ़ाई अभियान से वंचित रखना गलत परंपरा की शुरुआत है। अंकित आनंद ने अपने बयान के मार्फ़त जिला प्रशासन सहित टाटा मोटर्स, टाटा कमिंस, टाटा पॉवर, सरीखे कंपनियों के सीएसआर विभाग से सवाल किया है कि आख़िर किनके इशारों पर घोड़ाबंधा, खड़ंगाझार, राधिकानगर, बारीनगर एवं अन्य सटे बस्तियों के संग सौतेला व्यवहार हो रहा है। क्यों इन बस्तियों तक कंपनीयां सीएसआर सेवा का विस्तार करने से परहेज़ कर रही है और क्यों प्रशासनिक उपेक्षा झेलने को लाचार हैं ? भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि जानबूझकर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत इन क्षेत्रों को स्वच्छता और विकास से वंचित रखा गया है। इस प्रकरण पर अंकित आनंद ने ट्वीट करते हुए जिला उपायुक्त सूरज कुमार और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी से भी संज्ञान लेकर उचित हस्तक्षेप का निवेदन किया है ताकि वर्षों से सफ़ाई अभियान का आस देख रही इन बस्तियों को भी समुचित लाभ मिले।