खबर का असर – लंबे समय से जमे एएनएम, जीएनएम में नौ को तो मूल पदस्थापन केन्द्र भेजा, लेकिन बाकियों पर कब होगी कार्रवाई, ग्रामीण इलाको के उपस्वास्थ्य केन्द्र में जमे एएनएम, जीएनएम के डिपुटेशन को किया गया रदृद…
आदित्यपुर:- ग्रामीण इलाकों के उपस्वास्थ्य केन्द्र को छोड़ आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केन्द्र में डिपुटेशन पर जमे 9 स्वास्थ्यकर्मियों के डिपुटेशन को रद्द करते हुए उन्हे मूल पदस्थापन केन्द्र में योगदान देने का निर्देश असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सरायकेला-खरसावां दिया है। ग्रामीण इलाकों के उपस्वास्थ्य केन्द्र की दुर्दशा और यहां पदस्थापित एएनएम, जीएनएम के डिपुटेशन की खबर लोक आलोक न्यूज में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद सरायकेला-खरसावां जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन को इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सरायकेला-खरसावां जिला सिविल सर्जन अजय कुमार ने नौ महिला स्वास्थ्यकर्मियों के डिपुटेशन को रद्द करते हुए मूल पदस्थापन संस्थान में योगदान देने का निर्देश दिया है। जिसमें मुख्य रूप से गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थापित जीएनएम ज्योत्सना एक्का, ईटागढ़ उपस्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थापित एएनएम सीमा कुमारी, कांड्रा उपस्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थापित एएनएम स्वेता झा, रेखा, एमटीसी सदर अस्पताल सरायकेला में पदस्थापित रेणू कुमारी, उपस्वास्थ्य केन्द्र बुरूडीह में पदस्थापित राखी कुमारी, उपस्वास्थ्य केन्द्र बांधडीह में पदस्थापित सरीता कुमारी, उपस्वास्थ्यकेन्द्र सोहनडीह में पदस्थापित एएनएम रेश्मा कुमारी तथा सामुदायिक स्वास्थ्यकेन्द्र गम्हरिया में पदस्थापित शिल्पी प्रभा शामिल है। बता दें कि सभी वर्षो से आदित्यपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डिपुटेशन लेकर वर्षो से जमे थे। जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों के प्राथमिक उपस्वास्थ्य केन्द्र स्वास्थ्यकर्मियों के आभाव में बंद रहता था। हालांकि अब भी दर्जनों स्वास्थ्यकर्मी है जो ग्रामीण इलाकों को छोड़कर गम्हरिया सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र में जमे है। इनपर कब कार्रवाई की जाएगी यह आनेवाला वक्त में पता चलेगा।