अग्निविरों के लिए शुरू होगा इग्नू डिग्री
जमशेदपुर (संवाददाता ):-इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ एस महांती ने जमशेदपुर विमेंस कॉलेज केB.Ed. के विभागाध्यक्ष एवं इग्नू के समन्वयक डॉ त्रिपुरा झा को यह सूचना दिया है कि अग्निपथ योजना के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह अहम ऐलान किया है कि अग्निविरों द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण को स्नातक के लिए क्रेडिट के रूप में रोजगार और विदेशों में मान्यता के साथ इग्नू देगा डिग्री। अग्नि वीर के तहत जो सेना में 4 साल तक अपना योगदान के दौरान जो अनुभव उनको प्राप्त होगा इसके आधार पर उनके लिए भविष्य में अच्छे रोजगार मुहैया कराने हेतु इग्नू इन नौजवानों के लिए एक ग्रेजुएशन बैचलर डिग्री का शुरुआत करेगा जिसमें यह अग्निवीर बीए ,बीएससी ,बीकॉम या वेकेशनल कोर्स कर सकेंगे। यह 3 साल की होगी इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगा कि जो 50 फ़ीसदी क्रेडिट कार्यकाल के दौरान जो भी कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे उसको मान्यता देगा और 50 फ़ीसदी जो जिन विषयों की वह पढ़ाई करना चाहे जैसे हिंदी इतिहास ,भूगोल ,राजनीतिक विज्ञान ,कॉमर्स इत्यादि को। इसको भारत सहित विदेशों के साथ-साथ यूजीसी, एनएसक्यूएऐफ आदि की मान्यता भी होगी। इग्नू द्वारा पेश किए जाने वाले डिग्री प्रोग्राम को सेना नौसेना वह वायु सेना इस योजना के कार्यान्वयन के लिए इग्नू के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। इसमें एक और अच्छी बात यह है कि नई शिक्षा नीति के तहत इसमें मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट की व्यवस्था भी की गई है इसके दौरान वैसे अग्निवीर जो किसी कारणवश 1 साल के बाद अपनी पढ़ाई को छोड़ देते हैं उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा और जो 2 साल के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ते हैं उन्हें डिप्लोमा और जो 3 साल पूरी पढ़ाई करेंगे वह डिग्री का हकदार होंगे। इससे ऐसे अग्निवीर जो सेना में योगदान देने के बाद अगर सिविल लाइन में दूसरे रोजगार करना चाहे तो वह कर सकेंगे इसमें 12वीं के बाद जो अग्निवीर सेना में योगदान देंगे वह इस 4 साल के दौरान अपना ग्रेजुएशन( जिसमें वह कोई भी विषय को चुनकर पढ़ाई कर सकते हैं) पूरा कर पाएंगे और साथ ही वोकेशनल कोर्स को भी पूरा कर किसी भी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं यह भी केवल ऐसे अग्नि वीरों के लिए है जो 12वीं के बाद 4 साल के लिए अग्निपथ योजना तहत सेना में अपना योगदान देंगे इससे देश की सेवा करना तो उनके लिए काफी महत्वपूर्ण अवसर तो है साथ ही वह सेना में करियर के बाद वह अन्य युवाओं के जैसे ही रोजगार के अवसर प्राप्त कर पाएंगे । यह सूचना देते हुए उन्होंने इसे जनहित हेतु समाचार पत्र में प्रकाशित करने की अपील भी की है।