आठ जुलाई को हेमंत सरकार का होगा फ्लोर टेस्ट, जानें कैसे जादुई आंकड़े तक पहुंचेगा इंडिया गठबंधन…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आठ जुलाई को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करेंगे। इसकी तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि सरकार विश्वासमत हासिल करने के बाद कैबिनेट का विस्तार करेगी। विधानसभा में इंडिया गठबंधन के विधायकों की संख्या कम हो गई है।
झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीट है। इनमें से अभी विधानसभा में 76 विधायक हैं। इसलिए हेमंत सोरेन को विश्वासमत हासिल करने के लिए 39 विधायकों का समर्थन चाहिए। इंडिया गठबंधन के विधायकों की संख्या घट कर अब 45 बची है। इनमें झामुमो के 27 विधायक हैं। कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक है। झामुमो के दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा मांझी सांसद बन गए हैं। जामा से विधायक रहीं सीता सोरेन बीजेपी में चली गई थीं और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह, बिशुनपुर से विधायक झामुमो के चमरा लिंडा निलंबित हैं और बोरियो से विधायक लोबिन हेंब्रम अब पार्टी में नहीं हैं। भाजपा के विधायक भी घट कर अब 24 बचे हैं। भाजपा के दो विधायक बाघमारा के ढुलू महतो धनबाद से और मनीष जयसवाल हजारीबाग से सांसद बन गए हैं। मांडू से विधायक भाजपा के जयप्रकाश भाई पटेल कांग्रेस में चले गए थे। उनको भाजपा ने निष्कासित कर दिया है।
विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री आलमगीर आलम ने कोर्ट से मांगी अनुमति
झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आठ जुलाई को होगा। इस विशेष सत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विश्वास मत हासिल करेंगे। इसकी तैयारी जोर शोर से शुरू है। पाकुड़ के विधायक पूर्व मंत्री आलमगीर आलम टेंडर घोटाले में जेल में हैं। उन्हें ईडी ने जेल भेजा था। आलमगीर आलम ने पीएमएलए कोर्ट में याचिका दाखिल कर अदालत से कहा है कि उन्हें झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने की अनुमति ली जाए। इस याचिका पर आठ जुलाई को सुनवाई होगी। पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद ईडी ने उनका 13 दिन का रिमांड लिया था और उनसे पूछताछ की।
फ्लोर टेस्ट से पहले इंडिया गठबंधन के विधायकों की मीटिंग
हेमंत सरकार विधानसभा के विशेष सत्र में 8 जुलाई को विश्वास मत हासिल करेगी। इसकी तैयारी चल रही है। इसके पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सात जुलाई को इंडिया गठबंधन के विधायकों की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में फ्लोर टेस्ट में पास होने की रणनीति तैयार की जाएगी। इस बैठक में सभी विधायकों के लिए आना अनिवार्य कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में मंत्रीमंडल के विस्तार पर भी चर्चा की जाएगी।