26 जनवरी को पी जे पी सिनेपोलेस में, ग्रैंड प्रीमियर होगा संताली फ़ीचर फ़िल्म-गलवान वीर द फाइटर गणेश हांसदा का.
जमशेदपुर : दर्शकों के लम्बे इंतज़ार के बाद आख़िरकार रुपहले पर्दे पर उतरने जा रही है. आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के सुअवसर पर फ़िल्म का ग्रैंड प्रीमियर जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित के पी एम् मॉल हई टेक सिटी सेंटर के सिनेपोलिस थिएटर में किया जाएगा. इस सम्बन्ध में, एक प्रेस वार्ता का कर फ़िल्म के निर्देशक सुरेन्द्र टुडू ने बताया कि इस फिल्म को फरवरी 9 को देश के 5 राज्यों के चुनिंदा थियेटरों में एक साथ फ़िल्म रिलीज़ की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस ख़ास मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य के परिवहन और कल्याण मंत्री चम्पई सोरेन मौजूद रहेगे. फिल्म जगत की हस्तियों के अलावे कला जगत के कई गणमान्य लोग भी इस मौके पर उपस्थित होंगे. उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों को लेकर इस प्रकार की फ़िल्म बनाना प्रोडक्शन यूनिट के लिए एक बड़ी चुनौती रही. चूंकि फ़िल्म एक फ़ौजी की जीवनी पर है, इसलिए कथा-वस्तु के मुताबिक इसे फिल्माने में कई तरह की परेशानियाँ आईं. गलवान की घाटी के दृश्यों को फिल्माना कठिन कार्य था. तो इसमें VFX का सहारा लिया गया. उन्होंने यह भी बताया कि फ़िल्म की शूटिंग शहीद के पैतृक गांव के अलावे LBSM कॉलेज, करनडीह, सुंदरनगर और सोनारी आर्मी कैम्स, तालसा आदि जगहों पर की गई है.
फ़िल्म में संताली फिल्म जगत की कई नामी गिरामी हस्तियों ने भूमिका निभाई हैं, जिनमें सीनियर अभिनेता और फिल्ममेकर दशरथ हांसदा, गंगारानी थापा, उर्मिला मरांडी, स्वयं सुरेन्द्र टुडू, दिनेश हांसदा, पिंकी मुंडा, मंगल हांसदा, सोमाय मार्डी आदि शामिल हैं. इस फ़िल्म में पहली बार नायक के लिए फिल्म के हिन्दी वर्सन में मुंबई के जाने-माने voice over Artist सांकेत म्हात्रे ने अपनी आवाज़ दी है. फ़िल्म के निर्माण के बारे में जानकरी साझा करते हुए इसके निर्माता दिनेश हांसदा (शहीद गणेश के बड़े भाई) ने कहा कि अपने भाई ने काफ़ी कम उम्र में देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान दे दी. उसे अपनी यादों में बसाए रखने के लिए यह ज़रूरी था कि उसकी जीवनी का डोक्युमेंटेशन किया जाय. इसके लिए फ़िल्म ही अच्छा माध्यम लगा. हालांकि इसमें बहुत मुश्किलें आईं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. आख़िरकार फ़िल्म अब दर्शकों के लिए उपलब्ध हो रही है, इस बात की प्रसन्नता है. उन्होंने इस कार्य में किसी भी तरह से सहयोग और मार्गदर्शन करने वाले तमाम लोगों का आभार व्यक्त किया और आशा व्यक्त की, कि फ़िल्म सभी को बेहद पसंद आएगी.
इस दौरान शहीद की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा गया।
प्रेस वार्ता में फिल्म के लेखक शशांक शेखर, संजय प्रसाद, संताली फिल्म सातबोहिनी के निर्माता देव महतो और दुलमु टायसोम मौजूद रहे.