अनाथालय से वायरल स्टार और यूट्यूबर बनीं ‘गायू’, “ये हैं मेरे प्यारे प्यारे राइस” से शुरू हुई कहानी, आज लाखों दिलों पर राज कर रही है गायत्री…

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लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:“ये हैं मेरे प्यारे प्यारे राइस…” — यही एक मासूम सी लाइन थी, जिसने गायत्री शर्मा को रातों-रात सोशल मीडिया की स्टार बना दिया। हरियाणा के एक छोटे से गांव में जन्मी गायत्री का बचपन माता-पिता के बिना बीता। उन्हें SOS चिल्ड्रन विलेज ने सहारा दिया, वही बना उनका घर, उनका परिवार, उनकी पूरी दुनिया।

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लेकिन जैसे ही वह उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचीं जहां NGO से बाहर निकलना ज़रूरी हो गया, ज़िंदगी ने उन्हें सख़्ती से आज़माना शुरू किया। कभी 500 रुपये की नौकरी बतौर सिक्योरिटी गार्ड, तो कभी कपड़ों की दुकान और फूड जॉइंट में 12 रुपये प्रति घंटे की मज़दूरी… गायत्री ने कोई काम छोटा नहीं समझा।

कई बार ताने मिले, कई बार नज़रअंदाज़ हुईं, लेकिन उनके हौसले ने हार नहीं मानी। असली मोड़ तब आया जब वही NGO, जो कभी उनका सहारा था, उन्हें मैस मैनेजर की ज़िम्मेदारी सौंपता है। गायत्री ने इस मौके को हाथों-हाथ लिया और साधारण से मैस को सफ़ाई और गुणवत्ता का मॉडल बना दिया।

आज गायत्री न सिर्फ उस मैस को चला रही हैं जहां सैकड़ों लोगों का खाना बनता है, बल्कि उनका यूट्यूब चैनल “Gayu’s Kitchen” भी पूरे देश में दिलों को जीत रहा है। 3.34 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स और इंस्टाग्राम पर 1.68 लाख से अधिक फॉलोअर्स के साथ वो एक डिजिटल स्टार बन चुकी हैं।

गायत्री की यह कहानी सिर्फ खाने की नहीं, बल्कि सपनों, संघर्ष और आत्मनिर्भरता की मिसाल है। वह कहती हैं—”मैं एक वृद्धाश्रम खोलना चाहती हूं, क्योंकि मुझे कभी माता-पिता का प्यार नहीं मिला।” और हमें पूरा यकीन है, जैसे उन्होंने अपने सपनों को सच किया, वो ये भी ज़रूर करेंगी।

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