जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में गांधी जयंती मनाई गई
जमशेदपुर: जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में गांधी जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री मंगल कालिंदी, विधायक, जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही माननीय कुलपति प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन तथा गांधी जी एवं शास्त्री जी की प्रतिकृतियों पर माल्यार्पण के साथ हुआ।
गांधी एक साधारण नाम नहीं है, बल्कि एक युग है, मूल्यों का प्रकाश पुंज है, जीवन जीने का तरीका है – कुलपति, प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए हुए संदेशों का अनुसरण करने के लिए सभा को प्रेरित किया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुनः अपने जीवन में उतारने का आह्वान करते हुए कहा कि गांधी एक साधारण नाम नहीं है, बल्कि एक युग है, मूल्यों का प्रकाश पुंज है, जीवन जीने का तरीका है और सबसे बड़ी बात भारत के लिए वो एक ऐसे वरदान हैं जिन्होंने ब्रिटिश बेड़ियों की जकड़न से मुक्ति के लिए तब लड़ाई लड़ी जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी और सफलता भी दिलाई। जरूरत है हम सबके अंदर एक गांधी का जन्म हो और वो हमें सत्य, प्रेम और अहिंसा के राह पर चलाए। उनके मूल्यों पर चलकर ही गांधी जयंती मानना सार्थक होगा। उन्होंने कहा कि गांधी जी और श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने देश सेवा के लिए जो कुछ भी किया उसके लिए हमारा देश ऋणी है। शास्त्री जी ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया। ये दोनों हमारे देश और समाज की महत्वपूर्ण इकाई हैं। अर्थशास्त्र के दृष्टिकोण से माननीय कुलपति ने गाँधी जी के संबंध में कहा कि आवश्यकता जितनी हो उतना ही उपभोग करें। गाँधी जी और शास्त्री जी के कई प्रसंगों का उल्लेख अध्यक्षीय संबोधन में किया गया।
जिन महापुरुषों के बलिदानों के कारण हमें आजादी मिली हमें भी अपने मन में आत्म चिंतन करके उनके बताएं आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है – माननीय विधायक मंगल कालिंदी
माननीय विधायक मंगल कालिंदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी जैसे महापुरुषों का जीवन एवं संदेश सभी के लिए अनुकरणीय है। मानव सेवा हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन महापुरुषों के बलिदानों के कारण हमें आजादी मिली हमें भी अपने मन में आत्म चिंतन करके उनके बताएं आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है, तथा उन्होंन सच्चाई के मार्ग पर चलकर राष्ट्र की सेवा करने की बात कही। और साथ ही साथ विधायक जी ने अपने जीवन के कई संघर्ष को हमारे समक्ष प्रस्तुत किया।
अपने स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेश में डॉ० पुष्पा कुमारी अध्यक्ष, हिन्दी विभाग ने कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री वह महान विभूतियां थीं, जिन्होंने अपने विचारों से मानवता को प्रेरित किया। सत्य और अहिंसा तथा सादगी का मार्ग युगों युगों तक हमारा मार्गदर्शन करेगा।
कार्यक्रम के अंत में कुल सचिव डॉ० राजेंद्र कुमार जायसवाल जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर संगीत विभागाध्यक्ष डॉ॰ सनातन दीप और छात्राओं ने गाँधी जी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए……’ और ‘रघुपति राघव राजा राम……’ की मधुर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का सफल संचालन हिंदी विभाग से डॉ॰ नूपुर अन्विता मिंज ने किया।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पदाधिकारी डीएसडब्ल्यू डॉ. किश्वर आरा, वित्त पदाधिकारी डॉ. जावेद अहमद, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रमण्यम, प्रॉक्टर सुधीर कुमार साहू, सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा, सभी डीन एवं सभी विभाग के विभागाध्यक्ष, डीन वाणिज्य संकाय डॉ दीपा शरण, एनएसएस को-ऑर्डिनेटर डॉ ग्लोरिया पूर्त्ति, अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्राओं ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय के एनएसएस विभाग, जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी यूनिट के द्वारा पोस्टर, स्वरचित कविता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिनका शीर्षक ‘गांधी जी और स्वतंत्रता संग्राम’ था। प्रतियोगिता में विजयी छात्राओं को कार्यक्रम के अंत में पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत छात्राओं में पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान – घात्री पाल, बीकॉम, द्वितीय स्थान मनीषा दास, बीबीए, तृतीय स्थान -आयुषी दास गुप्ता, बीकॉम, स्वरचित कविता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कुमारी निहारिका, एमकॉम
द्वितीय स्थान उर्मिला मंडल, बीएससी
तृतीय स्थान मधुस्मिता महतो, बीकॉम
निबंध प्रतियोगिता (अंग्रेजी) में प्रथम स्थान- अनिमा कुमारी, बीए, द्वितीय स्थान- रीना मांझी, बीएससी, तृतीय स्थान- अशर तब्बुस्सम, बीएससी, निबंध प्रतियोगिता (हिंदी) में प्रथम स्थान- खुशी कुमारी, बीकॉम, द्वितीय स्थान – प्रज्ञा त्रिपाठी, बीबीए तृतीय स्थान- लक्ष्मी साव, बीएससी का रहा।