कोरोनाकाल के बाद पहली बार भव्य तरीके से मनेगा रामनवमी का जुलूस , उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अखाड़ा समिति को किया जाएगा पुरस्कृत …
जमशेदपुर :- जमशेदपुर में कोरोना संक्रमण काल के बाद पहली बार भव्य तरीके से रामनवमी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जिले में छोटी बड़ी पौने दो सौ लाईसेंसी एवं 50 से ज्यादा गैर लाइसेंसी अखाड़े हैं. जिसमें 141 का ही विसर्जन स्वर्णरेखा व खरकई नदी तथा तालाबों में होता है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से 14 विसर्जन घाट चिन्हित किए हैं. हालांकि दर्जनभर अखाड़े ही भव्य तरीके से महोत्सव का आयोजन करते हैं. जिसके तहत झांकी, शोभा यात्रा निकाली जाती है. जिला प्रशासन ने शहर के अखाड़ा कमिटियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है
इसके लिए उपायुक्त विजया जाधव ने एक आंकलन कमिटी का गठन किया है. जिसमें प्रशासन की ओर से धालभूम अनुमंडलाधिकारी पीयूष सिंहा, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन एवं ट्राफिक डीएसपी कमल किशोर को रखा गया है. जबकि अन्य सदस्यों में केंद्रीय शांति समिति के संयोजक रामबाबू सिंह, केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के अध्यक्ष आशुतोष सिंह एवं महासचिव भूपेंद्र सिंह को शामिल किया गया है.
अखाड़ा कमिटियों के लिए 10 प्रकार के मानक तय किए गए हैं. उन मानकों का पालन के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अखाड़ों को पुरस्कॉत किया जाएगा. निर्धारित मानक में प्रदूषण एवं पर्यावरणीय दृष्टिकोण, अनुशासनबद्ध तरीके से ससमय विसर्जन करना, अखाड़ा एवं आसपास साफ सफाई, अखाड़ा कमिटी सदस्यों का अनुशासन, सुरक्षा नियमों का अनुपालन, ध्वनि प्रदूषण, ससमय विसर्जन जैसे मानक निर्धारित किए गए हैं. जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों एवं मानको का अक्षरशः अनुपालन पर कुल 100 मार्क्स में अखाड़ों की मार्किंग की जाएगी. उपरोक्त निर्देशों का पालन करने वाले अखाड़ों की अनुशंसा आंकलन कमिटी करेगी.