गम्हरिया : XITE कॉलेज प्रांगण में फा़दर स्टैन स्वामी एस जे, के पुण्यतिथि के अवसर पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य वक्ता समाजसेवी अरविंद अंजुम थे.
अंजुम ने अपने वार्ता के दौरान विद्यार्थियों को बताया की जीवन में संवेदनशीलता की आवश्यक्ता क्या हैं और कैसे हम दूसरों को अपने वश में करने की प्रवृति का त्याग कर सकते हैं. उन्होंने चेतना की क्रांति के बुरे नतीजों के विषय पर भी प्रकाश डाला. फा़दर मुक्ति ने इस कार्यक्रम के उद्देशय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए यह कहा, की चिंतन की क्षमता को विकसित करना और समाज को अपना सेवा देना शिक्षा का परम उद्देशय हैं एवं फा़दर स्टैन स्वामी ने भी इस उद्देशय को बहुत हद तक अपने जीवन में शामिल किया और विद्यार्थि भी इस क्षेत्र में अपने कदम अग्रसर कर सकते हैं. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को भी यह कार्यक्रम बहुत ही मनोरंजक एवं लाभदाई लगा.
आपको ज्ञात हो की फा़दर स्टैन स्वामी भी खुद एक बड़े समाजसेवी थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन के दौरान समाजसेवा तथा आदिवासियों के हक़ की लड़ाई में बहुमूल्य योगदान दिया. फादर स्टैन स्वामी का जन्म 26 अप्रैल, 1937 को तमिलनाडु के तिरूचिनापल्ली के एक जिले में हुआ और उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा वही के संत जोसफ स्कूल से की जिसके पश्चात उन्होंने मदुरई येसू समाज में प्रवेश किया. तत्पश्चात वे ईश्वर की आवाज को सुनकर जमशेदपुर आए और उन्होंने इस धर्म प्रदेश को अपना कर्म भूमि बनाया. 2017 में UAPA के अंतर्गत विचाराधीन तथ्य पर उनकी गिरफ्तारी हुई अपने जीवन के आखिरी क्षण उन्होंने कारावास में व्यतित किए.