अपराध की दुनिया में पैर रखने से पहले ही प्रशासन ने पैर काट डाला, व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल की हुई सकुशल वापसी ।पुलिस ने छह अपहर्ताओं को किया गिरफ्तार …
सरायकेला :- अपराध की दुनिया में पैर रखने से पहले ही प्रशासन ने काट डाला पैर . पूरे मामले पर विस्तार से जानकारी देते हुए सरायकेला-खरसावां के एसपी आनंद प्रकाश ने मामले का खुलासा करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि महेंद्र अग्रवाल और अश्विनी महतो को कांड्रा के रायपुर गांव से मुक्त कराया गया. उनका अपहरण 27 अगस्त को पैसे के लिए किया गया था. अपहरणकर्ता पहले एक करोड़ रुपए की फिरौती की मांग कर रहे थे, जिसके बाद 10 लाख रुपए में डील हुआ. अपहरणकर्ताओं ने महेंद्र अग्रवाल के पास वारदात के समय मौजूद 35 हजार रुपए भी ले लिए है. वे अपहरण के बाद दोनों को पहले सीनी ले गए और वहां से फिरौती की रकम मांगी. उसके बाद वे अपना ठिकाना लगातार बदलते रहे lअंततः कांड्रा के गगड़ाबेड़ा से दूसरी जगह ले जाने के दौरान इन्हें धर दबोचा गयाlगिरफ्तार किए गए अपहरणकर्ताओं में मिलन कुमार दास, राधा बलम कालिंदी, कालिदान कालिंदी, रोथो मांझी, दयामेय केवर्त और मनोज सरदार शामिल हैं. सभी अपराधियों ने अपना अपराध कुबूल कर लिया है.
अपहरणकर्ताओं का कोई आपराधिक इतिहास नहीं, ज्यादातर बेरोजगार हैl अपहरण से अपराध की शुरुआत कर नए गैंग की तैयारी में थेl जिसे प्रशासन ने पैर शुरुआत में ही काट डाला।
एसपी ने कहा कि शुरू में हमें भी आशंका थी कि यह मामला अपहरण का नहीं भी हो सकता है, लेकिन अनुसंधान में हमें पता चला कि फिरौती वसूलने के लिए अपहरण किया गया है. जिसके बाद हमारी टीम ने तकनीकी और मानवीय सहयोग से सफलता पाई. इस मामले में एक अभियुक्त की गिरफ्तारी अभी होनी बाकी है. सभी आरोपी स्थानीय हैं, इनका अभी तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. ये या तो छोटे-मोटे काम करते थे या बेरोजगार थे. इसका साजिशकर्ता मिलन कुमार दास है. 27 अगस्त की रात को ही उनका अपहरण हो गया था, उस दिन उनको मुड़िया गांव में ही रखा गया. उसके बाद उनको अलग-अलग जगहों पर रखा जाता था. जो यह काम कर रहे थे वे पहली बार अपहरण किए थे. वे नवसिखिए थे लेकिन हम काफी परेशान रहे. अनहोनी की आशंका भी थी. उन्होंने कहा कि मुड़िया में महेंद्र अग्रवाल का मिल था, वहां से वह रोज आना-जाना करते थे. इसलिए अपहर्ताओं को इसका पता था, 27 अगस्त को रात में लौटते समय उनका अपहरण किया गया। जिले के कई थाना के टीम इस मिशन में लगाए गए थे ।