दीपक हत्याकांड: आठ साल की मोहब्बत, छह महीने की शादी और एक दिल दहला देने वाला अंत… जेल में शिवानी ने बताई हत्या की पूरी कहानी…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। रेलवे में कार्यरत दीपक कुमार की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी शिवानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच में जुटी हुई है और हर उस कड़ी को जोड़ रही है, जो इस हत्या के पीछे की सच्चाई तक पहुंचा सके।


कभी प्यार में पागल थे, अब खून तक पहुंच गई मोहब्बत की दास्तां
शिवानी और दीपक की कहानी किसी फिल्मी लव स्टोरी से कम नहीं थी। आठ साल पहले हल्दौर के कॉलेज में दोनों की मुलाकात हुई और वहीं से प्यार परवान चढ़ा। परिवार वालों को जब पांच साल पहले इस रिश्ते की जानकारी हुई तो शुरुआत में विरोध हुआ, लेकिन दीपक की सरकारी नौकरी लगते ही सब मान गए। जनवरी 2024 में दोनों की शादी हो गई। कुछ ही महीनों में उनका एक बेटा भी हुआ – वेदांत, जो अभी मात्र छह महीने का है।
लेकिन प्यार की इस कहानी ने अचानक मोड़ लिया – और वो भी खून का।
हत्या के बाद हार्ट अटैक का बहाना, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोल दी सच्चाई की परतें
शुक्रवार को दीपक की संदिग्ध मौत हुई। शिवानी ने दावा किया कि उसे हार्ट अटैक आया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसकी बात झूठी साबित कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक दीपक की मौत गला दबाने से हुई थी। इसके बाद पुलिस ने जब शिवानी से सख्ती से पूछताछ की, तो वह टूट गई और अपना जुर्म कबूल कर लिया।
जेल में पहली रात से टूटी हुई है शिवानी
शिवानी की जेल में पहली रात बेहद तनावपूर्ण रही। उसने किसी से कोई बात नहीं की, खाना नहीं खाया और लगातार रोती रही। मंगलवार सुबह उसे चाय और चना दिया गया, लेकिन उसने मना कर दिया। जब अन्य महिला कैदियों और जेल वार्डन ने समझाया, तब जाकर दोपहर में उसने बमुश्किल दो रोटी खाई। शिवानी का कहना है कि दीपक उसके साथ मारपीट करता था, और उसी झगड़े के दौरान उसने गला दबा दिया।
क्या कोई और भी है इस हत्या में शामिल?
दीपक के भाई मुकुल उर्फ पीयूष और गांव के अन्य लोग एसपी ऑफिस पहुंचे और आरोप लगाया कि शिवानी के अलावा इस हत्या में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कॉल डिटेल निकलवाने की मांग की, ताकि सच सामने आ सके।
सास से भी करती थी मारपीट, पति ने अलग कर रखा था
दीपक की मां पुष्पा और भाई पीयूष ने बताया कि शिवानी का व्यवहार ससुराल में ठीक नहीं था। वह सास से मारपीट करती थी। इन घरेलू विवादों के चलते दीपक ने करीब 15 दिन पहले उसे नजीबाबाद में किराए के मकान में अलग रख लिया था।
शक – मृतक आश्रित की नौकरी और फंड पाने की चाह
शिवानी ग्रेजुएट है और आरोप है कि उसने दीपक की हत्या इसलिए की ताकि उसे मृतक आश्रित में नौकरी और आर्थिक फंड मिल सके। अब उसका छह महीने का मासूम बेटा वेदांत दीपक के परिवार के पास है, और शिवानी जेल में – अपनी उस कहानी के साथ, जो कभी प्रेम से शुरू हुई थी और अब हत्या पर खत्म हो गई।
अब पुलिस की जांच में है अगला मोड़, क्या मिलेगा कोई और दोषी?
पुलिस अब कॉल डिटेल्स और अन्य सबूतों के आधार पर यह जानने में जुटी है कि क्या शिवानी अकेले इस हत्याकांड में शामिल थी या किसी और की भी इसमें भूमिका है।
