बच्चों व महिलाओं ने दीवाली मनाकर सद्भभावना रैली का जोरदार अभिनंदन –सदभावना रैली के माध्य्म से झारखंड की सभ्यता-संस्क़ृति से भी हुए विद्यार्थी, झारखंड के कहानियों से ली प्रेरणा

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बहरागोड़ा / जमशेदपुर:- आज़ादी के अमृत महोत्सव के ऐतिहासिक मौके पर अन्तराष्ट्रीय मैत्री एवं सद्भभावना बढ़ाने के उद्देश्य से महाराष्ट्र के अहमदनगर से निकली साइकिल सद्भभावना रैली का झारखण्ड दौरा बेहद यादगार रहा। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जयंती 2 अक्टूबर को महाराष्ट्र से चली रैली छतीसगढ़ और ओडिशा राज्यों का दौरा कर सोमवार को देर शाम झारखण्ड के सीमावर्ती शहर बहरागोड़ा पहुँची। रैली में 60 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल है, जो लगातार साइकिल चलाकर एवं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर सद्भभावना का संदेश दे रहे है।

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बहरागोड़ा में सद्भभावना रैली का स्वागत जोरदार तरीके से किया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, संगठनो, राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं प्रशासन का बेहतरीन समन्यव दिखा। बहरागोड़ा के स्थानीय त्रिवेणी चौक पर लोगों ने सद्भभावना रैली का स्वागत पुष्पवर्षा से किया, वही थोड़ी देर आगे चलकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री दिनेश सारंगी जी ने साइकिल सवारों को गुलदस्ता देकर रैली का झारखंड में स्वागत किया। श्री सारंगी ने सद्भभावना के संदेश को लेकर अन्तराष्ट्रीय सद्भभावना रैली के आयोजन को बेहद अहम बताया, वही विद्यार्थीयों के सदभावना प्रयासों की मुक्तकंठ प्रशंसा की। इसके बाद मुख्य कार्यक्रम शिशु उद्द्यान मैदान में आयोजित हुआ, जहां में बड़ी संख्या में बच्चों व महिलाओं ने दीवाली मनाकर सद्भभावना रैली का जोरदार अभिनंदन किया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, शिशु विद्यामंदिर विद्यालय परिवार, राजनीतिक कार्यकर्ता, आदिवासी समुदाय, निश्चय फाउंडेशन, नामया फाउंडेशन सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। रैली के रात्रि विश्राम की बेहतरीन व्यवस्था शिशु विद्यामंदिर परिसर में विद्यालय प्रबंधन के द्वारा की गई थी।

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मंगलवार को सदभावना रैली ने बहरागोड़ा के झरिया स्थित आदिवासी सांस्कृतिक भवन स्थित पुस्तकालय पहुंचकर झारखण्ड के संस्कृति के बारे में जाना। इस दौरान संथाल समुदाय ने पारम्परिक वेश भूषा में वाद्ययंत्रों के साथ स्वागत किया। मौके पर सद्भभावना रैली के सदस्यों ने तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्होंने झारखंड के वीर शहीदों के इतिहास के साथ, झारखंड में बहुलता से निवास करने वाले संथाल, हो, उराव आदिवासी समुदायों एवं भाषा संस्कृति के बारे में विस्तार से जाना। रैली में आये विद्यार्थियों के लिए यह बेहद ज्ञानवर्धक व रोचक अनुभव रहा।

सद्भभावना रैली ने गलवान घाटी में शहीद हुए वीर शहीद गणेश हांसदा के कोसाफलिया गांव स्थित नवनिर्मित स्मारक का दौरा किया। वीर शहीद गणेश हांसदा की समूची कहानी एनसीसी से जुड़े सद्भभावना दूतों के लिए बेहद रोमांचकारी व उत्साह बढ़ाने वाली रही। इस दौरान शहीद परिवार से बातचीत कर उनके मनोभावों को जाना। शहीद गणेश की कहानी के साथ-साथ संथाल गांव की सादगी व दीवारों पर बनी सुंदर कलाकृतियां भी विद्यार्थियों के रुचि को बढ़ा रही थी।

सदभावना रैली के झारखण्ड में दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन चाकुलिया स्थित पद्मश्री जमुना टुडू के आवास पर विद्यार्थियों एवं लेडी टार्जन के संवाद के साथ हुआ। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने झारखंड वासियों के प्रकृति प्रेम के साथ-साथ जंगल बचाने के लंबे संघर्ष को विस्तार से जाना। समूचे कार्यक्रम में भाग लेकर सदभवना यात्रियों बेहद प्रफुल्लित दिखे। उन्होंने बताया कि अब तक के समूचे यात्रा में झारखण्ड का दौरा सबसे आनंदायक व ज्ञानवर्धक रहा। मंगलवार शाम को रैली बंगाल के लिए रवाना हो गयी, सद्भभावना रैली 28 नवंबर को बांग्लादेश के ऐतिहासिक शहर नोवाखाली पहुँचेगी।

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सद्भभावना रैली का नेतृत्व कर रहे सामाजिक संस्था स्नेहालय के संस्थापक डॉ गिरीश कुलकर्णी ने बताया की “2021 में भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वही पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश अपनी आजादी का स्वर्ण महोत्सव मना रहा है। बांग्लादेश की आज़ादी में भारत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, इसलिये भारत-बांग्लादेश के संबंध मैत्रीपूर्ण रहे है। पड़ोसी राष्ट्रों के साथ मैत्री एवं सद्भभावना पूर्ण अंतराष्ट्रीय संबंध देश के प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सदभावना रैली के माध्यम से हम गांव-शहर सभी जगह सद्भभावना का संदेश फैलाने की कोशिश कर रहे है। झारखण्ड में लोगों की सदभावना देखकर हमारा उत्साह दोगुना हो गया है।”

साइकिल सद्भभावना यात्रियों में विद्यार्थियों के साथ-साथ डॉ अंकुश आवारे, विशाल अहिरे, फारुक बेग, विकास सुतार, संतोष धर्माधिकारी, योगेश गवली, संदिप क्षीरसागर, डॉ. मेघना मराठे, पुजा पोपलघाट, योगीनी एवं अन्य विद्यार्थियों का लगातार उत्साह बढ़ा रहे है। सद्भभावना रैली के झारखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्र बहरागोड़ा में सफल आयोजन में प्रशासन की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। एसडीओ सत्यवीर रजक, प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश साहू, बहरागोड़ा थाना प्रभारी कुमार सौरभ की देखरेख में सम्पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वही स्नेहालय के आग्रह पर झारखण्ड की सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन ने प्रशासन, सामाजिक संगठनों एवं अन्य के साथ समन्यव स्थापित कर सद्भभावना रैली का सफल आयोजन किया।

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