मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भोजपुरी और मगही भाषा के खिलाफ अपने बयान को वापस ले : हरेंद्र सिंह
जमशेदपुर :- जनसंख्या समाधान फाउंडेशन झारखंड प्रदेश के उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मगही और भोजपुरी भाषा को बाहरी भाषा बताना बेहद ही आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
आगे हरेंद्र सिंह ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री भोजपुरी और मगही भाषा की उपेक्षा कर राज्य में अराजक स्थिति पैदा कर समाज को बांटने की साजिश रच रहे हैं। मुख्यमंत्री का यह कदम पूरी तरह से अनुचित और अलोकतांत्रिक है।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अभिलंब अपने बयान को वापस लेकर मगही और भोजपुरी भाषियों से माफी मांगने की मांग करती है।
आगे हरेंद्र सिंह ने कहा कि जब उर्दू को राज्य में स्थान मिल सकता है तो मगही और भोजपुरी भाषा को क्यों नहीं।
मुख्यमंत्री के इस बयान से उनका असली चेहरा बेनकाब हो गया ह।