‘भोर गढ़ता संवाद’ का भव्य लोकार्पण, साहित्यकार अनिरुद्ध त्रिपाठी ‘अशेष’ को मिली सराहना…



लोक आलोक डेस्क/जमशेदपुर: सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन और तुलसी भवन द्वारा नगर के प्रसिद्ध साहित्यकार अनिरुद्ध त्रिपाठी ‘अशेष’ के साक्षात्कार संग्रह ‘भोर गढ़ता संवाद’ का भव्य लोकार्पण संस्थान के मानस सभागार में किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता टाटा मोटर्स के पूर्व उपमहाप्रबंधक डॉ. चंदेश्वर खाँ ने की, जबकि संचालन साहित्य समिति के दिव्येन्दु त्रिपाठी ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर पूर्व की विधायक पूर्णिमा साहू और विशिष्ट अतिथि टाटा मोटर्स के महाप्रबंधक (ई.आर.सी) मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कोल्हान विश्वविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. बाल मुकुंद पैनाली, तुलसी भवन के न्यासी अरुण कुमार तिवारी और अध्यक्ष सुभाष चंद्र मुनका भी मंचासीन रहे।
दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसके बाद उपासना सिन्हा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। तुलसी भवन के मानद महासचिव डॉ. प्रसेनजित तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। लोकार्पित पुस्तक पर मुख्य वक्ता डॉ. बाल मुकुंद पैनाली ने पाठकीय प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इसके बाद अनिरुद्ध त्रिपाठी ‘अशेष’ का गद्यात्मक परिचय शैलेन्द्र पाण्डेय ‘शैल’ और काव्यात्मक परिचय डॉ. यमुना तिवारी ‘व्यथित’ ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में तुलसी भवन के उपाध्यक्ष राम नंदन प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर डॉ. अजय कुमार ओझा, डॉ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’, डॉ. उदय प्रताप हयात, जय प्रकाश राय, पूनम महानंद, जीतेश तिवारी, नीलिमा पाण्डेय, राजदेव सिन्हा, बलविंदर सिंह, शैलेन्द्र अस्थाना, ज्योत्सना अस्थाना, सुरेश दत्त पाण्डेय ‘प्रणय’, कवलेश्वर पाण्डेय, सरोज कुमारी सिंह ‘मधुप’, अनिल श्रीवास्तव सहित नगर के कई प्रबुद्ध साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
