टीएमसी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले बारला और  प्रमाणिक को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह

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 बंगाल / राजनीति (मोहिनी कर्मकार ) :- बंगाल में भाजपा के प्रमुख आदिवासी नेता जॉन बारला तथा पार्टी के सबसे मुखर नेताओं में शामिल निशिश प्रमाणिक को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। उत्तर बंगाल में भाजपा की पैड बनने वाले प्रमुख नेताओं में शुमार आदिवासी नेता जॉन बरला ने हाल में उत्तर बंगाल को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी। लगभग दो दशक पहले तराई-दूआस  क्षेत्र में चाय  बागान कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले 45  वर्षीय बारला ने एक आदिवासी नेता होने से नई दिल्ली में सत्ता के गलियारों तक पहुंचने के लिए एक लंबा सफर तय किया आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले बारला का क्षेत्र के चाय बागान श्रमिकों के बीच मजबूत समर्थन आधार है। उनके संगठनात्मक कौशल ने सबसे पहले माकपा के स्थानीय नेतृत्व का ध्यान आकर्षित किया। हालांकि वह किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े लेकिन उन्होंने और उनके समर्थकों ने कई मौके पर तत्कालीन सत्तारूढ़ लाभ मोर्चा को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने 2007 में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद (एबीएवीपी) के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीतिक में अपना करियर शुरू किया. कुछ समय के लिए उन्होंने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा जीजेएम का हिस्सा बनने का विचार किया. जो उस समय अलग गोरखालैंड राज्य के लिए संघर्ष कर रहा था। उस अवधि के दौरान उन्होंने सबसे पहले तराई और दुआस क्षेत्र में आदिवासी और अन्य पिछड़े समुदाय के लिए एक अलग राज्य की मांग रखी। हालांकि जैसे ही बंगाल में बदलाव की हवा चली बारला ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी का समर्थन करने का फैसला किया। लेकिन बाद में 2019 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। जिससे उत्तर बंगाल क्षेत्र में भगवा पार्टी को बहुत अधिक लाभ हुआ। तृणमूल पर हमलावर रुख अपनाने वाले भाजपा के सबसे प्रमुख चेहरों में है निशिश प्रमाणिक।

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उत्तर बंगाल में काफी प्रभावी माने जाने वाले कुचबिहार से भाजपा सांसद निशिश प्रमाणिक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाने वाले भाजपा के सबसे प्रमुख शहरों में से एक है। साल 2019 में पहली बार सांसद बने प्रमाणिक को भाजपा ने कई मौकों पर काफी महत्व दिया। जिसमें बंगाल में चुनाव के बाद कथित हिस्सा को लेकर टीएमसी के खिलाफ भाजपा के मोर्चे की अगवाई करना शामिल है। साल 2018 के पंचायत चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर प्रमाणिक और टीएमसी नेतृत्व के बीच ठन गई थी। जिसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा के टिकट पर उन्होंने कुचबिहार से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की प्रमाणिक को कुचबिहार जिले में कधावर व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरोसा जताते हुए उन्हें गृह राज्य मंत्री जैसा अहम विभाग दिया है। साथी खेल व युवा विभाग के राज्यमंत्री का भी  प्रभार उन्हें दिया गया ।

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