आखिर रामलला की मूर्ति काली क्यों ?जान इसके पीछे की वजह
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प्रभु राम अपने बाल स्वरूप में 550 वर्षों बाद अपने घर अयोध्या नगरी पधार चुके हैं। बीते दिन दोपहर 12:20 से 1:00 तक रामलला के मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा किया गया। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे। इस कार्यक्रम में पूरे देश के महत्वपूर्ण महंत एवं पीठाधीश्वर और साथी साथ विभिन्न क्षेत्रों के जाने-माने हस्तियां उपस्थित थे। आज हर कोई अपने प्रभु के दर्शन पाने हेतु बहुत ही उत्साहित था उत्साहित हो भी क्यों ना इतनी कठिन तपस्या के बाद यह सपना सच जो होने जा रहा है। मंदिर के बाहर कार्यक्रम क्या प्रसारण भी किया जा रहा था।
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राम लाल की मूर्ति काली ही क्यों?
रामलाल की मूर्ति प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज जी ने बनाया है। राम लला की मूर्ति को शालिग्राम पत्थर से बनाया गया है, जिनसे हिंदू धर्म के देवी देवताओं की मूर्तियां बनाई जाती हैं. इसे पवित्र पत्थर मानते हैं. शालिग्राम काले रंग के चिकने, अंडाकार पत्थर होते हैं. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, शालिग्राम भगवान विष्णु के विग्रह स्वरूप हैं. ये एक प्रकार का जीवाश्म पत्थर है. शालिग्राम आमतौर पर पवित्र नदी की तली या किनारों से इकट्ठा किया जाता है.
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