आदित्यपुर: समाजवादी नेता स्वर्गीय राम पारस सिन्हा की 9वी पुण्यतिथि मनी, बोले पुरेन्द्र” समाजवाद के सच्चे प्रवर्तक थे रामपारस सिन्हा….
आदित्यपुर: समाजवादी नेता और जय प्रकाश नारायण आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे राम पारस सिन्हा की 9वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार की शाम आदित्यपुर के समाजवादी नेताओं ने जयप्रकाश उद्यान में टीओपी के पीछे श्रद्धांजलि सभा कर उन्हें याद किया. श्रद्धांजलि सभा में सर्वसम्मति से अगली पुण्यतिथि से पूर्व स्वर्गीय राम पारस सिन्हा की प्रतिमा आदित्यपुर के सार्वजनिक स्थान पर लगाने का संकल्प लिया गया.
वही श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि आज ही के दिन 9 मार्च 2014 को वे हमें छोड़ गए थे. आज वे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी विचारधारा जीवित है क्योंकि मनुष्य मरते हैं परंतु उनके विचारधारा सदैव जीवित रहते हैं. वे शुरुआती दिनों में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे बाद में लोहिया के विचारधारा से जुड़े. 1965 में वे जमशेदपुर से सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव लड़े थे. आदित्यपुर अक्षेस के बतौर उपाध्यक्ष भी रहे. इस दौरान उन्होंने आदित्यपुर में फैली महामारी में आंदोलन चलाकर टिस्को की मदद से सफाई व चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराया था. राजद के गठन के बाद वे फाउंडर सदस्य बने. उन्होंने समाजवादी विचारधारा को ताउम्र फैलाने का काम किया. उनके विचारधारा से प्रभावित होकर मैं खुद समाजवादी बना हूं. वे एकीकृत सिंहभूम के बड़े समाजवादी नेता थे.
बता दे श्रद्धांजलि सभा को विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया और रामपारस सिन्हा को एक कुशल समाजवादी व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति बताया. वक्ताओं ने कहा कि हमें विभिन्न जातियों में नहीं बल्कि जाति से जमात की ओर एक मंच पर आकर एकजुट होने की आवश्यकता है, यही आह्वान रामपारस सिन्हा ने किया था. तभी लोकतंत्र के चारों स्तंभों में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी.
वक्ताओं ने कहा वर्तमान केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6 हजार रुपये और मजदूरों को 5 किलो अनाज देकर बहुत चालाकी से उनके अधिकारों में कटौती कर रही है. केंद्र सरकार एक तरफ गरीबों को सिलेंडर बांटने का नाटक कर रही है और दूसरी तरफ ₹400 के सिलेंडर को 1100 रुपए कर दिया गया है. यह सब एसटी एससी ओबीसी को मिले संवैधानिक अधिकारों में समय-समय पर केंद्र सरकार द्वारा की जा रही कटौती के तरफ से ध्यान भटकाने की गहरी साजिश की जा रही है.
वक्ताओं में पुरेंद्र नारायण सिंह के अलावा यादव समन्वय समिति के संरक्षक एसएन यादव, समाजसेवी नगीना सिंह, समिति के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र यादव, रामचंद्र पासवान, उमाशंकर राम, प्रमोद गुप्ता, पार्षद सिद्धनाथ सिंह, शैलेंद्र सिंह, राजद के पूर्व प्रदेश सचिव देव प्रकाश देवता, आर के अनिल, राजेश यादव, सत्य प्रकाश सिन्हा, जवाहर सिंह मामाजी, अधिवक्ता संजय कुमार, सरदार सुखदेव सिंह, संजय शर्मा, सुनील सिंह आदि शामिल थे.