आदित्यपुर : बाढ़ का खतरा, बढ़ा खरकई नदी का जलस्तर, खतरे के निशान से 10 मीटर की दूरी…

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सरायकेला : जिले के आदित्यपुर क्षेत्र के आसपास इलाकों में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से खरकई नदी का जलस्तर बढ़ गया है. बुधवार की सुबह आठ बजे खरकई नदी का लेवल 128.90 फीट था जो खतरे के निशान 129.00 फीट से मात्र 10 मीटर ही कम है. बता दें कि खरकई नदी का जलस्तर ओडिशा के बयांगबिल डैम पर निर्भर है, जहां से पानी छोड़ने पर शहर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. बयांगबिल डैम के कार्यपालक अभियंता अरुण केरकेट्टा से बात होने पर उन्होने बताया कि बुधवार की सुबह बयांगबिल डैम खतरे के निशान से दो मीटर नीचे है. उन्होंने डैम का लेवल 303 मीटर बताया जिसे 305 तक पहुंचने पर खोला जा सकता है.

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उन्होंने बताया कि अभी डैम का फाटक खोलने की योजना पर विमर्श चल रहा है. अगर दो फाटक खुला तो खरकई के जलस्तर में चार फीट की वृद्धि हो सकती है. लेकिन यह लेवल सुरक्षित रहेगा, चूंकि खरकई नदी का लेवल 132 फ़ीट से ज्यादा होने पर नालों के सहारे तटीय इलाकों में प्रवेश करता है. अगर फाटक खुला तो तटीय इलाकों में बाढ़ की स्थिति हो सकती है. वहीं चांडिल डैम के बारे में वहां के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार ने बताया कि सुबह 10 बजे डैम का लेवल 178 मीटर था जो अभी सुरक्षित है. उन्होंने बताया कि कैचमेंट एरिया में बारिश होती रही तो डैम के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है जिसके बाद फाटक खोलने पर विचार किया जा सकता है.

 

वही चार दिनों से लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. खरकई नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर तथा खतरे के निशान के नजदीक पहुंचने को लेकर गम्हरिया सीओ मनोज कुमार और नगर निगम के प्रशासक गिरिजा शंकर प्रसाद चौकन्ने हैं और दोनों अधिकारियों ने खरकई नदी के तटीय क्षेत्रों में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हो इसको लेकर सभी तटीय क्षत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने को कहा है. उन्होंने बताया कि माइकिंग के द्वारा लगातार अलर्ट करने तथा नदी किनारे तरफ नहीं जाने को लेकर आगाह करते रहने का निर्देश दिया जा रहा है. एहतियातन लाइफ सेविंग जैकेट, बोट, मेडिकल किट के इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि आकस्मिक स्थिति में तर्क- वितर्क की स्थिति ना हो.

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