आदित्यपुर : आंगनबाड़ी सेविकाओं को दी जा रही पोषण भी पढ़ाई कार्यक्रम का प्रशिक्षण, 28 दिसंबर तक 5 बैच में सेविकाओं को मिलेगा प्रशिक्षण
Adityapur: सोमवार से जिले भर की आंगनबाड़ी सेविकाओं को पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ है. यह कार्यक्रम 28 दिसंबर तक चलेगा जो 5 बैच में सेविकाओं को दिया जाएगा. सोमवार को
जिला समाज कल्याण विभाग सरायकेला खरसावां द्वारा पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम की शुरुआत हुई है. जिसके तहत जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सरायकेला-खरसावां की अध्यक्षता में आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रथम बैच का जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ. इस कार्यकम में मुख्य अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त ने ‘दीप प्रज्जवलित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंम किया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को पांच बैच में सम्पन्न किया जाना है, जो दिनांक-09.12.2024 से प्रारंम होकर 28.12.2024 तक निर्धारित है. देश भर में पोषण और प्रारंभिक बचपन की शिक्षा में सुधार के उहेश्य से पोषण भी पढ़ाई भी अभियान की शुरूआत की गई है. इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 0-3 वर्ष के बच्चों के लिए नवचेतना एवं 3-6 वर्ष के बच्चों के लिए आधारशिला के अन्तर्गत प्रारंभिक बचपन की देखभाल, शिक्षा, पोषण, बच्चों के विकास के सभी आयामों पोषण ट्रैकर ऐप, SAM/ MAM बच्चे, MCP कार्ड, दिव्यांग बच्चों के लिए प्रोटोकॉल, स्थानीय चीजों का प्रयोग कर ऑगनबाडी केन्द्रों को लर्निंग सेन्टर के ‘तौर पर विकसित करना है की जानकारी दी जाएगी. जैसे कागज, कपडे एवं मिट्टी के खिलौने का प्रयोग कर गतिविधि आधारित शिक्षा एवं सही पोषण के बारे में भी जानकारी दी जानी है. आज सभी सेविकाओं को प्रशिक्षण किट एवं स्टेशनरी प्रदान की गई. जिसमें नवचेतना, आधारशिला एवं उलकेट को भी शामिल किया गया. उप विकास आयुक्त एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सरायकेला-खरसवाँ द्वारा बताया गया कि इस अभियान के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति, साक्षरता और संख्यात्मक कौशल में एक मजबूत नींव विकसित बुनियाद तैयार किए जाने को ले कर प्राथिमिकता तय की गई है. जिसमें 0-6 वर्ष के बच्चों को केंद्रित किया जा रहा है. सभी सेविकाएँ प्रशिक्षण से लाभ ले कर इस अभियान को सफल बनाएंगी. प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर के रूप महिला पर्यवेक्षिका सविता सिन्हा, प्रिति कुमारी, बेलमोती जोंको एवं शंति हेम्ब्रम मौजूद रही. आज प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु सरायकेला एवं राजनगर की सेविकाओं की उपस्थिति रही.