जमशेदपुर में गुरु जेल में तो गुर्गों ने बना लिया है अपना अलग गैंग

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जमशेदपुर । झारखंड के जमशेदपुर में शुरू से ही अपराध का बोलबाला रहा है. यह शहर अपराध से ही जाना जाता है. 1980 के दशक के पहले से ही यहां अपराध का बोलबाला है. रंगदारी को लेकर अपना वर्चस्व बनाना ही अपराधियों का मुख्य उद्देश्य होता है. अब जबकि गुरु जेल में बंद है तो गुर्गों ने ही अपना अलग गैंग बना लिया है और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से नहीं चूक रहा है. कुछ का संचालन जेल के भीतर से हो रहा है तो कुछ का जेल के बाहर से.

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जानिए नयन सिंह गैंग को

जमशेदपुर में नया हैं नयन सिंह के नाम पर बनाया गया है. इस गैंग ने एक माह के भीतर ही टेल्को, परसुडीह और बिरसानगर में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. गैंग का संजय कामत उर्फ बिट्टू कामत जोजोबेड़ा का रहने वाला है. रंगदारी के लिए उसने परसुडीह में ईंट भट्ठा मालिक अजीत सिंह पर फायरिंग की थी. इसी तरह से टेल्को में चेसिस यार्ड ठेकेदार सुनील सिंह की हत्या की. बिरसानगर के ठेकेदार से 2 लाख की रंगदारी मांगी. जेल में बंद सजायाफ्ता भीम कामत का बिट्टू सहयोगी रहा है. भीम कामत के सहयोगी सजायाफ्ता प्रकाश मिश्रा और उपेंद्र सिंह हत्याकांड में सजायाफ्ता सोनू सिंह ने नयन सिंह गिरोह बनाकर शहर में दहशत फैलाने को फायरिंग को अंजाम दिलवा रहे थे.

अखिलेश के बाद कन्हैया की सक्रियता बढ़ी

गैंगस्टर अखिलेश सिंह 2016 से ही दुमका जेल में है. इसके बाद गुर्गा कन्हैया सिंह की गतिविधियां बढ़ गई. अभी वह जेल में ही बंद है. गिरोह के गुर्गे कन्हैया सिंह और हरीश सिंह समेत अन्य सक्रिय हो गए. गिरोह से धमेंद्र प्रधान, करण सिंह, अजय सिंह, बंटी जायसवाल समेत कई का जुड़ाव लंबे समय तक रहा है.

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मानगो का गणेश सिंह गैंग

गिरिडीह जेल में बंद मानगो के गणेश सिंह का भी गिरोह सक्रिय रहा है. उसके गैंग में राजा शर्मा, अविनाश कुमार सिंह, रिजवान, उत्तम, अकित शर्मा, कुंदन, राजीव, दीपक चौधरी, बिट़्टू सिंह, उत्तम महतो, अमन सिंह आदि शामिल हैं.

अमरनाथ सिंह गैंग

मानगो निवासी अमरनाथ सिंह की दुमका में हत्या के बाद उसके गिरोह की सक्रियता मानगो में कुछ कम हुई है. अधिकांश सदस्य जेल में बंद है तो कुछ की हत्या हो चुकी है. गिरोह में ललित शर्मा, लेदरा, पंकज, मनोज सिंह, राहुल सिंह समेत अन्य है. गिरोह से जुडे़ रहे माशूक मनीष और नीशू ने अलग गैंग बना लिया है.

बागबेड़ा में भी गैंग

बागबेड़ा में भी अलग-अलग गैंग है. इसमें पंकज दुबे, मानगो का गुड्उू पांडेय, सिदगोड़ा का अक्षय सिंह, गोविंदपुर निवासी सूरज यादव, मानगो का शिबू बच्चा, बागबेड़ा का डब्लू मिश्रा, मानगो का विकास तिवारी, सोनारी में हेते, रविदास उलीडीह में सींटू सिंह गैंग गिरोह सक्रिय है.

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