सरोद वादक आशीष खान का 84 साल की उम्र में निधन
प्रसिद्ध सरोद वादक आशीष खान का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। महान शास्त्रीय संगीतज्ञ ने अमेरिका के लॉस एंजिल्स में अंतिम सांस ली। आशीष खान का निधन भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है, क्योंकि उन्होंने अपने अद्वितीय और समर्पित संगीत से सरोद को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई।
आशीष खान भारतीय शास्त्रीय संगीत के उस परिवार से ताल्लुक रखते थे, जिसकी जड़ों में प्रमुख नाम थे। वे उस्ताद अली अकबर खान के शिष्य और परिवार के सदस्य थे। आशीष खान का संगीत विशिष्टता और सूक्ष्मता के लिए प्रसिद्ध था, और उन्होंने सरोद वादन की कला में नई ऊँचाइयों को छुआ। उनके संगीत में भावनाओं की गहरी अभिव्यक्ति होती थी, जो श्रोता को एक अद्वितीय मानसिक और भावनात्मक अनुभव देती थी।
आशीष खान ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रमियों के बीच सरोद वादन के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनका संगीत सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में पसंद किया गया। उन्होंने भारतीय संगीत को पश्चिमी दुनिया में भी प्रस्तुत किया और अनेक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन किया। उनके शिष्य और अनुयायी उनकी धरोहर को आगे बढ़ा रहे हैं।
आशीष खान के निधन से भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में एक गहरी शोक की लहर दौड़ गई है। संगीतप्रेमी उन्हें हमेशा उनके अद्भुत संगीत और कला के लिए याद करेंगे। उनके योगदान को भारतीय संगीत जगत हमेशा सराहेगा, और उनकी संगीत यात्रा को उनके शिष्य और संगीत जगत के लोग आगे बढ़ाएंगे।
उनका निधन शास्त्रीय संगीत के एक युग का समाप्ति जैसा है, लेकिन उनका संगीत और उनकी धरोहर हमेशा जीवित रहेगी।