चान्हो में आतंकियों का अड्डा बनाने की साजिश, अलकायदा के लिए छह साल से काम कर रहा था डॉ. इश्तियाक…

0
Advertisements
Advertisements

झारखंड:–झारखंड में आतंकी गतिविधियों से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े मॉड्यूल के मास्टरमाइंड डॉ. इश्तियाक अहमद ने चान्हो के जंगल में आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए केंद्र बनाने की योजना बनाई थी। बताया जा रहा है कि वह चान्हो के चटवल में मदरसा संचालक मुफ्ती रहमतुल्लाह के साथ मिलकर युवाओं को आतंकी संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा था।

Advertisements
Advertisements

सूत्रों के मुताबिक, मुफ्ती रहमतुल्लाह ने चटवाल के एक सुनसान इलाके में मदरसा खोल रखा था, जहां आम लोगों का आना-जाना नहीं था। इस मदरसे में युवकों को आतंकी संगठन के कामकाज की जानकारी दी जा रही थी। डॉ. इश्तियाक इस पूरे ऑपरेशन का प्रमुख था और इसके तहत चान्हो के जंगल में हथियार प्रशिक्षण देने की तैयारी थी।

डॉ. इश्तियाक की गतिविधियों की जानकारी मिलने पर एटीएस और दिल्ली पुलिस ने रांची, लोहरदगा और हजारीबाग में छापेमारी की। छापेमारी में खुलासा हुआ कि इश्तियाक रांची में मेडिका अस्पताल से जुड़ा था और पिछले छह सालों से वहीं काम कर रहा था। इसके अलावा, वह लोहरदगा और हजारीबाग के नर्सिंग होम और लैब्स से भी जुड़ा हुआ था।

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गई है। ईडी जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अलकायदा से जुड़े लिंक की जांच करेगी। जानकारी के मुताबिक, बरियातू स्थित लेक व्यू अस्पताल का लाइसेंस अफसर अली के नाम पर है, लेकिन उसका संचालन बबलू खान कर रहा था, जो डॉ. इश्तियाक का सहयोगी है। ईडी को शक है कि जमीन घोटाले के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया जा रहा था।

See also  सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर गंभीर है रेलवे, कर रही है सख्त कार्रवाई

गौरतलब है कि रांची से गिरफ्तार डॉ. इश्तियाक अहमद को अलकायदा मॉड्यूल की कमान लगभग छह साल में मिली थी। झारखंड और ओडिशा में अलकायदा की पकड़ कमजोर होने के बाद, इश्तियाक को मॉड्यूल को पुनः मजबूत करने का जिम्मा सौंपा गया था। वह लगातार युवाओं को इस आतंकी संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा था, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

Thanks for your Feedback!

You may have missed