झारखंड के धनबाद में साइबर ठगों का नया हथकंडा: शिक्षक नियुक्ति के नाम पर ठगी की कोशिश…
झारखंड:धनबाद और झारखंड के अन्य जिलों में साइबर ठगों ने एक नई ठगी की योजना शुरू की है, जहां शिक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से मोटी रकम वसूली जा रही है। हाल ही में हुई एक घटना में धनबाद के संदीप नामक व्यक्ति को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें उनकी पत्नी की शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन की जानकारी दी गई। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को डीईओ और डीएसई ऑफिस का कंप्यूटर ऑपरेटर बताते हुए दावा किया कि शिक्षक के दो-तीन पद अभी खाली हैं, और अगर वे तुरंत डेढ़ लाख रुपये का भुगतान कर देते हैं, तो उनकी पत्नी की नौकरी पक्की हो जाएगी।
संदीप ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने उनकी पत्नी के आवेदन की सभी जानकारी जैसे नाम, पता, शैक्षणिक योग्यता, और जन्मतिथि को सही-सही बताया, जिससे वे हैरान रह गए। फोन पर दी गई जानकारी इतनी सटीक थी कि कई लोग इसे सच मानकर ठगों के झांसे में आ सकते हैं। फोन करने वाले व्यक्ति ने संदीप से कहा कि वे दस मिनट में “यस या नो” कहें, अन्यथा यह मौका चला जाएगा। इसके बाद उसने तुरंत डेढ़ लाख रुपये की मांग की।
संदीप को जब संदेह हुआ, तो उन्होंने अपने बेटे से ट्रू कॉलर पर उस नंबर की जांच करवाई। ट्रू कॉलर में वह नंबर फ्रॉड के रूप में दर्ज था, जिससे उन्हें समझ आ गया कि यह एक ठगी का प्रयास है। उन्होंने तुरंत पैसा देने से इनकार कर दिया और इस मामले की जानकारी पुलिस को दी।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि झारखंड में वर्ष 2015-16 में हाईकोर्ट के आदेश पर शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया चली थी। इस दौरान कुछ पद खाली रह गए थे, जिन पर अब नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। ठगों ने इस स्थिति का फायदा उठाकर आवेदकों को अपना निशाना बनाया है।
इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है: आखिर आवेदकों की व्यक्तिगत जानकारी ठगों तक कैसे पहुंची? ठगों के पास नाम, पता, और शैक्षणिक योग्यता जैसी संवेदनशील जानकारी कैसे पहुंची? इस बात से यह अंदेशा पैदा होता है कि कहीं न कहीं से आवेदकों की जानकारी लीक हुई है, जिससे साइबर ठगों को उनके साथ धोखाधड़ी करने का अवसर मिल गया।
पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने आम जनता को चेतावनी दी है कि वे किसी भी अज्ञात कॉल से सावधान रहें और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें। साथ ही, यदि कोई संदिग्ध कॉल आए, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस तरह के ठगी के प्रयासों से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
धनबाद और झारखंड के अन्य जिलों में इस तरह के साइबर ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके और लोगों की मेहनत की कमाई सुरक्षित रह सके।