जमशेदपुर: चाभीवाले बाबा के निधन से साकची में शोक की लहर, उनकी सादगी और धर्मपरायणता सदैव रहेंगी याद…

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जमशेदपुर: साकची स्थित शीतला मंदिर के वरिष्ठ पुजारी, कामेश्वर पांडे, जिन्हें सभी “चाभीवाले बाबा” के नाम से जानते थे, का रविवार को 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बाबा पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उन्हें ब्रेन हेमरेज की समस्या हुई थी। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

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चाभीवाले बाबा ने अपने जीवन के 50 से अधिक वर्ष शीतला मंदिर की सेवा में समर्पित कर दिए थे। उनके धार्मिक और सामाजिक कार्यों के कारण वे सिर्फ साकची ही नहीं, बल्कि पूरे जमशेदपुर में प्रसिद्ध थे।

रविवार शाम को भुइयांडीह श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके परिवार, मंदिर के भक्त और क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे। उनके निधन से क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है और श्रद्धालु उनकी स्मृतियों को संजोते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

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