फूड पैकेट पर सुगर-सॉल्ट की जानकारियां अब साफ-साफ आएंगी नजर, बोल्ड और बड़े अक्षरों में दिखेगा सब…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की ओर से एक खास प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। इस प्रस्ताव में फूड आइटम के पैकट पर पोषण से जुड़ी जानकारियों को बोल्ड और बड़े आकार के फॉन्ट के साथ डिस्प्ले किए जाने की बात कही गई है।

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फूड आइटम के पैकेट पर कुल चीनी, नमक और संतृप्त वसा (Sugar, salt and saturated fat) को लेकर अब सभी जानकारियां साफ नजर आएंगी।

दरअसल, फूड आइटम के पैकेट पर पोषण से जुड़ी जानकारियों को लेकर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) की ओर से एक नए प्रस्ताव को लेकर मंजूरी मिल चुकी है।

पोषण से जुड़ी जानकारियां बोल्ड अक्षरों में आए नजर

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा है कि मंजूरी मिल चुके इस प्रस्ताव में फूड आइटम के पैकट पर पोषण से जुड़ी जानकारियों को बोल्ड और बड़े आकार के फॉन्ट के साथ डिस्प्ले किए जाने की बात कही गई है।

मंत्रालय ने कहा कि “अनुशंसित आहार भत्ते (Recommended Dietary Allowances) में प्रति सर्व प्रतिशत योगदान के बारे में जानकारी कुल चीनी, कुल संतृप्त वसा और सोडियम सामग्री के लिए मोटे अक्षरों में दी जाएगी।

खाद्य प्राधिकरण की 44वीं बैठक में लिया गया फैसला

खाद्य सुरक्षा और मानक (लेबलिंग और प्रदर्शन) विनियम, 2020 में संशोधन करने का यह फैसला खाद्य प्राधिकरण (Food Authority) की 44वीं बैठक में लिया गया। विनियम 2 (v) और 5(3) खाद्य उत्पाद लेबल पर सर्विंग साइज और पोषण संबंधी जानकारी का उल्लेख करने की आवश्यकताओं को दर्शाते हैं।

उपभोक्ता उत्पाद के पोषण मूल्य को बेहतर ढंग से समझें

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा, “संशोधन का उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके द्वारा उपभोग किए जा रहे उत्पाद के पोषण मूल्य को बेहतर ढंग से समझने और स्वस्थ निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाना है।”

दरअसल, स्वास्थ्य सेवा और पोषण विशेषज्ञ चीनी, नमक और संतृप्त वसा से भरपूर पैकेज्ड फूड आइटम के सेवन पर अंकुश लगाने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।

जानकारों के मुताबिक, पोषण से जुड़ी ये सभी चीजें एनसीडी (non-communicable Diseases) के बढ़ने का कारण हैं।

यह प्रस्ताव “लोगों को स्वस्थ विकल्प चुनने के साथ-साथ एनसीडी से निपटने और सार्वजनिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के प्रयासों में योगदान करने में सक्षम करेगा।”

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा इस संशोधन को लेकर सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित करने के लिए ड्राफ्ट नोटिफिकेशन सार्वजनिक डोमेन में साझा करने की भी अपेक्षा गई है।

 

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