Hindi Journalism Day 2024:198 वर्षों से मनाया जाता है हिंदी पात्रकारित दिवस जानें क्या है इसे मनाने के पीछे का कारण…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और पत्रकारिता यह सुनिश्चित करती है कि हम राज्य की वर्तमान घटनाओं के बारे में अच्छी तरह से अवगत रहें. पत्रकार दिन-रात काम करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमें हर चीज की खबर जल्द से जल्द हमारे दरवाजे पर मिले. एक अखबार, एक टीवी चैनल और वर्तमान समय में, सोशल मीडिया, राय बनाने या बदलने की शक्ति रखते हैं.
30 मई यानी कि आज के ही दिन 1826 को इस हिंदी अखबार का पहला पब्लिकेशन कोलकाता से शुरू हुआ था. अगर आप इस बात को नहीं जानते हैं तो बता दें उदन्त मार्तण्ड वीकली मैगज़ीन के रूप में पेश किया गया था.
आपको यह बात जानकार काफी हैरानी और गर्व होगा कि उस जमाने में उदन्त मार्तण्ड को क्रांतिकारी अखबारों के रूप में जाना जाता था. यह वीकली मैगज़ीन ईस्ट इंडिया कंपनी के दबाने वाली नीतियों के बारे में खुलकर लिखता था. यह मैगज़ीन हर मंगलवार को आती थी और इसमें कुल 8 पन्ने होते थे.
इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों जैसे सेमिनार, चर्चा और पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता है, जिसमें हिंदी पत्रकारों और हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला जाता है. ये पहल जागरूकता बढ़ाने और पंडित जुगल किशोर शर्मा की स्थायी दृष्टि का सम्मान करने का काम करती हैं, जिनकी विरासत हिंदी पत्रकारिता के परिदृश्य को आकार दे रही है.