Jharkhand Famous Temple: घने जंगल के बीच स्थित है आस्था का यह केंद्र साईं धाम… जिसे देख आप भी हो जाएंगे मंत्रमुग्ध…

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लोक आलोक न्यूज डेस्क/ Jharkhand –श्रद्धा और भक्ति के लिए सबसे बड़ी जरूरत मानसिक शांति होती है। यही कारण है कि ऋषि और महात्मा शांति की खोज में वन की यात्रा करते थे। मगर आज भी लापुंग प्रखंड के मनोरम प्राकृतिक वादियों के बीच बीच सरसा में स्थित है साईं मंदिर। ये मंदिर आध्यात्मिक और अनूठी स्थापत्य कला के कारण सैलानियों को बरबस ही आकर्षित करता है।

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यहां पहुंचते ही सैलानी अभिभूत हो उठते हैं। सालों भर सैलानी यहा के शांत वातावरण और प्रकृति की खूबसूरत नजारों का आनंद लेने के लिए आते रहते हैं। साईं मंदिर में प्रत्येक गुरुवार और रविवार को साईं भक्तों का ताता लगा रहता है। इस दिन साईं बाबा की विशेष पूजा की जाती है। इसके साथ ही सुबह से शाम तक लगातार भजन का आयोजन किया जाता रहता है। आधुनिक परंपरा और संस्कृति के साथ बाबा के भव्य दर्शन तथा वनभोज के लिए पूरे राज्य में यह अपने तरीके का पहला पर्यटन स्थल है। हर साल यहां 23 और 24 अप्रैल को स्थापना दिवस मनाया जाता है। ज्ञान रंजन ने रखी थी आधारशिला

ज्ञानरंजन ने 9 जून 1993 को रखी थी। लगभग 22 लाख की लागत से 22 अप्रैल 1994 में विशेष अनुष्ठान करके मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गयी।

महाराष्ट्र के शिरडी साईं बाबा की अखंड धुनी लाकर यज्ञशाला स्थापित की गई। इस मंदिर का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने किया।

रांची-गुमला मुख्य पथ पर स्थित है साई धाम। यहां पहुंचने के लिए सबसे रांची से बेड़ो पहुंचना होगा। बेड़ो से जमटोली जाने वाले रास्ते पर 12 किमी अंदर जाने के बाद सरसा गांव के बाहर ही साई मंदिर का भव्य द्वार बना हुआ है। यहां से बाएं मुड़कर सीधे मंदिर पहुंच सकते हैं। रांची से बेड़ो की दूरी लगभग 35 किमी है।

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