अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डॉ पीसी भगत का निधन
जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला के पोटका क्षेत्र स्थित कालिकापुर निवासी तथा कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के अंगीभूत महाविद्यालय टाटा कालेज चाईबासा में कार्यरत अर्थशास्त्र के नीड बेस्ड असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.फकीर चंद्र भगत का 20 अप्रैल को तड़के हृदयाघात से असामयिक निधन हो गया। झारखंड असिस्टेंट प्रोफेसर कांट्रैक्टच्युल एसोसियेशन के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ.एसके झा ने डॉ. भगत के असामयिक निधन को शिक्षा जगत में अपूर्णीय क्षति बतलाया। डॉ. झा ने प्रो. भगत के संघर्ष भरे जीवन के बारे में उच्च शिक्षा विभाग तथा विश्वविद्यालय को एक संदेश देते हुए कहा है कि डॉ भगत, 1984 से अब तक कभी एडहॉक रुप में, तो कभी गेस्ट फैकल्टी के रुप में, तो कभी घंटी आधारित अनुबंध शिक्षक के रुप में, और अब वर्तमान में नीड बेस्ड असिस्टेंट प्रोफेसर के रुप में विगत 40 वर्षों से लगातार उच्च शिक्षा जगत में अपनी सेवाएं प्रदान किये, परंतु यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज उनके आश्रितों को देने के लिए हमारे यहां किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। यह संवेदनहीन और मानवता से रहित व्यवस्था का चिह्न नहीं तो और क्या है ! विदित हो कि पांच वर्ष से अधिक सेवा प्रदान करने वाले को ग्रेच्युटी एक्ट,1972 के तहत ग्रेच्युटी प्रदान करने का प्रावधान है । मृतक के आश्रितों को नौकरी दिया जाना चाहिए। परंतु इन नीड बेस्ड असिस्टेंट प्रोफेसर को ससमय मानदेय का भी भुगतान नहीं होता जो घोर अव्यवस्था का द्योतक है।